नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर

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  • एडिशनल एसपी सहित चार थानों की पुलिस जुटी है पतासाजी में
  • आश्रम छात्रावास में 22 जुलाई की रात हुआ था बच्ची से दुष्कर्म

जगदलपुर एडिशनल एसपी समेत चार थानों की पुलिस भी नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को अब तक नहीं ढूंढ पाई है। घटना को चार दिन बीत चुके हैं। इस बीच मामले को लेकर आदिवासी समाज ने भी मोर्चा खोल दिया है। सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के एर्राबोर स्थित पोटा केबिन कन्या आश्रम छात्रावास में 22 जुलाई की रात 8 वर्षीय छात्रा से दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना हुई थी। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि आरोपी एक था या एक से ज्यादा। घटना के 4 दिन बाद भी आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित चार थानों की पुलिस आरोपी की तलाश में लगी है।

मामले की पड़ताल करने भाजपा का पांच सदस्यीय दल एर्राबोर पहुंचा है। सर्व आदिवासी समाज के सुकमा जिला अध्यक्ष पोज्जा राम मड़कामी ने छात्रावास अधीक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है। छात्रावास में लगा सीसीटीवी कैमरा भी लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है। घटना के बाद आधा दर्जन छात्राएं आश्रम छोड़कर अपने गांव लौट गई हैं। एर्राबोर पोटा केबिन में नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म मामले में फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

कैमरा खराब, साहब ने नहीं दिया ध्यान

सुरक्षा के दृष्टिकोण से लाखों रुपए खर्च कर आश्रम छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि आश्रम में आने-जाने वालों पर नजर रखी जा सके। पोटा केबिन छात्रावास में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन छात्रावास में जिस जगह पर बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना हुई वहां लगा सीसीटीवी कैमरा लंबे समय से खराब है। विभागीय अधिकारी बालिकाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर होते तो शायद हादसा टाला जा सकता था। सीसीटीवी कैमरा खराब होने की जानकारी विभाग के जिला प्रमुख को कई बार दी जा चुकी है, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मामले में लापरवाही बरतने के कारण छात्रावास अधीक्षिका एवं सहायक अधीक्षिका के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर प्रशासन मेहरबान बना हुआ है। शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी डीडीएमसी की होती है। वर्षों से सुकमा जिले में कुंडली मारकर जमे अधिकारी पोटा केबिन की व्यवस्था को लेकर अनजान बने हुए हैं। इस घटना में कहीं ना कहीं विभाग के अधिकारी की उदासीनता साफ झलक रही है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सुकमा जिला प्रमुख से फोन संपर्क कर पोटा केबिन के हालातों पर चर्चा का प्रयास किया गया, उनके मोबाइल फोन में कॉल जाती रही, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

भाजपा की टीम ने की पड़ताल

प्रदेश महामंत्री ने भेजी जांच की घटना की खबर लगते ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने 5 सदस्यीय जांच टीम एर्राबोर रवाना किया। इस टीम ने मौके पर पहुंच घटना की विस्तृत पड़ताल की। जांच दल में विधायक रंजना साहू, पूर्व मंत्री लता उसेंडी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह राजपूत, प्रदेश मंत्री ओजस्वी मंडावी, सुधीर पांडे शामिल थे। भाजपा ने इतने गंभीर मामले पर प्रशासनिक लापरवाही को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है।*वर्सन

पुलिस मामले को लेकर गंभीर

घटना को लेकर पुलिस गंभीर है । आरोपी की तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल की अध्यक्षता में 8 सदस्यीय विशेष टीम के अलावा चार थानों की पुलिस जुटी है। आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। शीघ्र ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी।