कारगिल के शहीदों की स्मृति में रोपे गए पौधे

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  • बकावंड हायर सेकंडरी स्कूल में मनाया गया कारगिल विजय दिवस


बकावंड कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल बकावंड के परिसर में पुलिस विभाग के अधिकारियों और स्कूल स्टॉफ ने शहीदों की स्मृति में पौधे रोपे। मुख्य अतिथि उप महानिरीक्षक एवं बस्तर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा थे। वयोवृद्ध समाजसेवी जानकी राम सेठिया अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीणा ने कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान ने कारगिल के पहाड़ों से भारत पर हमला कर कई चौकियों पर कब्जा कर लिया था। तब हमारे भारतीय फौजियों ने कठिनतम पहाड़ों पर चढ़ कर दुश्मन सैनिकों को मार भगाया और चौकियां वापस ले लीं। इस युद्ध में दोनों देशों की सेना को काफी नुकसान हुआ। हमारे अनेक फौजी जवान इस युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए इन शहीद जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर मातृभूमि की रक्षा की।

शहादत देने वालों में भिलाई के शहीद कौशल यादव समेत छत्तीसगढ़ के भी अनेक सैनिक शामिल हैं। इन शहीदों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। उन्ही की स्मृति में आज हम सभी यहां पौधे लगा रहे हैं। ये पौधे आगे पेड़ बनकर हमें न सिर्फ अपने वीर सपूतों के बलिदान की सदैव याद दिलाते रहेंगे, बल्कि धरती माता का श्रृंगार हरियाली बिखेरते हुए करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह हमारे वीर जवानों ने भारत माता की रक्षा की है, उसी तरह ये पेड़ पर्यावरण की रक्षा कर हमारे स्वास्थ्य को समृद्ध करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को मातृभूमि और पर्यावरण की रक्षा के सदैव समर्पित रहने की प्रेरणा दी। जानकी राम सेठिया ने कहा कि देश के वीर सैनिक मातृभूमि की रक्षा के लिए चौबीसों घंटे समर्पित रहते हैं। अपने माता – पिता, पत्नी व बच्चों से दूर रहकर हमारे जवान बाहरी दुश्मनों से हमारी सुरक्षा करते हैं। उसी तरह पुलिस के जवान आंतरिक दुश्मनों, अपराधी एवं अराजक तत्वों से हमें सुरक्षित रखते हैं। पुलिस से डरना नहीं चाहिए, बल्कि अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस की मदद करनी चाहिए। प्राचार्य ने भी संबोधन दिया। इस दौरान बच्चों ने उत्साह के साथ पौधरोपण में सहभागिता दी। अनेक बच्चों ने देशभक्ति तथा पर्यावरण पर आधारित कविताओं और संभाषण की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में स्कूल के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं, थाना प्रभारी चंद्रशेखर श्रीवास और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।