- भूपेश, सिंहदेव, दीपक बैज और ज्योत्सना महंत एकसाथ रवाना हुए कोरबा के लिए
अर्जुन झा
रायपुर /जगदलपुर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का कारवां शनिवार को एक ही उड़न खटोले से कोरबा के लिए रवाना हुआ। चुनावी माहौल में इस कारवां के कोरबा जाने को कांग्रेस की बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव बाबा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व बस्तर के सांसद दीपक बैज और सांसद ज्योत्सना महंत 29 जुलाई को राज्य सरकार के हेलीकाप्टर से कोरबा रवाना हुए। राज्य में कांग्रेस की राजनीति की धुरी माने जाने वाले इन चारों नेताओं के एकसाथ कोरबा प्रस्थित होने को पार्टी की बड़ी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। भले ही सरकारी या राजनैतिक कार्यक्रम के सिलसिले में ये चारों नेता कोरबा गए हों, लेकिन इसके कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। भूपेश बघेल कका की समूचे राज्य में अपनी अलग लोकप्रियता है। टीएस सिंहदेव बबा की कोरबा समेत राज्य के पूर्वी भाग में बड़ी प्रतिष्ठा है। ज्योत्सना महंत की उस अंचल में गहरी पैठ है। लोग उन्हें श्रद्धा पूर्वक दीदी बोलते हैं। वहीं बस्तर के सांसद एवं पिसीसी चीफ दीपक बैज की छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग के कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर व दंतेवाड़ा जिलों में खासी मजबूत पकड़ है। इसके अलावा बैज की राज्य के आदिवासी बहुल सरगुजा, कोरिया, जशपुर, रायगढ़, बलरामपुर, चिरमिरी, राजनांदगांव, कवर्धा, अंबागढ़ चौकी, मोहला, मानपुर आदि आदिवासी बहुल इलाकों में सहज स्वीकार्यता है। बैज आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। उन्हें आदिवासी समाज और बस्तर का शेर कहा जाता है। बस्तर संभाग में दीपक बैज को लोग आदर से भैया कहकर पुकारते हैं। इस तरह कका, बबा, भैया और दीदी की चौकड़ी ऊर्जा नगरी एवं कोयलांचल कोरबा में सियासत की नई इबारत लिखने निकले हैं, ऐसा राजनीति के जानकारों का मानना है। ये चारों कोयलांचल में कांग्रेस को नई ऊर्जा से आप्लावित कर विधानसभा चुनाव में बड़ा अच्छा नतीजा सामने ला सकते हैं।