लोकतंत्र और ढोंगतंत्र में अंतर समझें अवस्थी : जावेद

0
61
  • थोपे गए चेहरे को लेकर जनता के बीच जाने तैयार रहें, मिलेगी करारी हार : खान

जगदलपुर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान ने भाजपा पार्षद आलोक अवस्थी को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया है। जावेद ने आलोक अवस्थी को उनके उस बयान को आड़े हाथ लिया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पार्टी की टिकट प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।

जावेद ने कहा है कि पार्षद आलोक अवस्थी लोकतंत्र को समझ पाते, तो कभी ऐसी टिप्पणी नहीं करते। वे जिस पार्टी में हैं, उस पार्टी में ढोंगतंत्र को ही लोकतंत्र माना जाता है। उनकी पार्टी के शीर्ष नेता परिवारवाद के नाम पर लालकिले से शेखी बघारते हैं।आज राजनीति में परिवारवाद किस पार्टी के सर पर नाच रहा है, यह सब जानते हैं। किस तरह से अन्य पार्टियों से भाजपा में शामिल हुए नेताओं की गुलामी आज भाजपा के छोटे कार्यकर्ताओं को करनी पड़ती है यह बात किसी से छिपी नहीं है। किस तरह से जय शाह जैसे लोग आलोक अवस्थी जैसे काबिल कार्यकर्ताओं का हक मारे बैठे हैं। सबको पता है, पर लाचारी बताती है अवस्थी जैसे लोगों की कि अपनी पार्टी के ढोंगतंत्र को देखते समझते हुए भी उनकी बोलती बंद हो जाती है। उस पर वो ना पार्टी फोरम में और न ही चाहकर पब्लिक फोरम में वो कुछ बोल पाते हैं। उसी प्रकार भविष्य में भी शीर्ष नेताओं द्वारा थोपे गए प्रत्याशी को ढोकर अपने ही वार्ड में घूमने को मजबूर दिखेंगे पार्षद अवस्थी। जावेद ने कहा जिसे पार्षद आलोक अवस्थी एक अनार सौ बीमार कह रहे हैं, वह उसे लोकतंत्र के नजरिए से देख पाते तो ऐसा नहीं कहते। यह कांग्रेस पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र ही है, जो सामान्य कार्यकर्ता को भी अपनी इच्छा जाहिर करने का हक देता है। छोटे से कार्यकर्ता को भी बड़े नेता के साथ एक पंक्ति में खड़े होने का अधिकार देता है। भले ही एक विधानसभा क्षेत्र के लिए क्यों ना 34 लोगों ने दावेदारी की हो, पर सभी जानते हैं कि टिकट किसी एक को ही मिलेगी और सारे 33 मिलकर उस एक को ऐतिहासिक मतों से विजयी बनाएंगे। जबकि अवस्थी की भाजपा तो बीते पांच सालों में हारे हुए विधायक का विकल्प तक तलाश नहीं कर पाई। इसका परिणाम ही है कि फिर से हारे हुए भाजपा के विधायक मैदान पर सरपट दौड़ रहे हैं और पूरी भाजपा उनके पिछलग्गू भेड़चाल चल रही है। पिछले दिनों भाजपा के अनेक नेताओं ने बीजापुर विधानसभा सीट से टिकट के लिए रायपुर की दौड़ लगाई थी। इनमें एक पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। श्री अवस्थी इन नेताओं लिए क्या टिप्पणी करेंगे ? क्या बीजापुर भाजपा के संदर्भ में भी एक अनार सौ बीमार वाली बात कहने की हिम्मत जुटा पाएंगे वे? जावेद ने कहा कि पार्षद अवस्थी आजकल बयानबाजी में व्यस्त हैं और उनके वार्ड की जनता गंदगी कचरे के ढेर और बजबजाती नालियां से त्रस्त है। उन्हें दूसरी पार्टी के आंतरिक मामलों में बयानबाजी छोड़ अपने वार्ड की साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए।