- सूची लीक होने से राष्ट्रीय नेतृत्व है बेहद नाराज
- किया जा सकता है 10 से 15 प्रत्याशियों में बदलाव
रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए 69 भाजपा प्रत्याशियों का नाम केंद्रीय चुनाव समिति ने फायनल किया था, लेकिन उसी दिन आधी रात को एक सूची वायरल हो गई, जिसे लेकर केंद्रीय संगठन और सरकार में बैठे प्रभावशाली मंत्री नाराज हैं। अब वे मंथन कर रहे हैं कि आखिर हमारे बीच घर का भेदी कौन है?केंद्रीय खुफिया एजेंसी और भाजपा द्वारा छत्तीसगढ़ में नियुक्त गोपनीय टीम को ऐसे चेहरे की पहचान के लिए जवाबदारी दी गई है।
इसी कड़ी में केंद्रीय संगठन द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और प्रदेश महामंत्री संगठन पवन साय को दिल्ली तलब किया गया है। सूत्र बता रहे हैं कि गुरुवार को प्रातः 9 बजे की फ्लाइट से दोनों नेता नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। केंद्रीय संगठन इस बात का भी आकलन कर रहा है कि एक न्यूज़ चैनल जो कि समाचार पत्र भी निकालता है, द्वारा जो समाचार प्रकाशित किया गया उसमें कोई प्रश्न वाचक चिन्ह नहीं लगाया गया था और उन्होंने अपने ब्रॉडकास्ट में स्पष्ट रूप से कहा कि केंद्रीय संगठन और केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार यह नाम हैं।इसे लेकर भी केंद्रीय संगठन प्रदेश के उन 5 नेताओं जो केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उपस्थित थे, पर भी गंभीर नाराज है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर छत्तीसगढ़ भाजपा के किसी भी नेता का फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं।अब नई दिल्ली में क्या घटनाक्रम होता है उसका हमें इंतजार करना होगा लेकिन विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं कि 10 से 15 उम्मीदवारों के नाम पर फेरबदल हो सकता है।