- नाक बचाने बीजेपी के शीर्ष नेता लगा रहे हैं छ्ग की दौड़ =
रायपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मजबूती और भूपेश बघेल सरकार के कार्यों से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व डरा हुआ है। भाजपा नेतृत्व को इस बात का अहसास हो गया है कि स्थानीय नेतृत्व के भरोसे छत्तीसगढ़ में भाजपा दहाई के आंकड़े को भी छू नहीं पाएगी। नाक बचाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय नेता घबराहट में छत्तीसगढ़ की दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन उनके पास राज्य की जनता की भलाई के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है। वे सिर्फ राज्य की जनता को ठगने की नीयत से छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता ने 9 सांसद जिताकर भेजा था, लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रति सौतेला रवैय्या अपनाए रखा। चुनाव सामने देख भाजपा को छत्तीसगढ़ की याद आ रही है।
दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा मृतप्राय स्थिति में है। भाजपा के अस्तित्व को बचाने के लिए पूरा पार्टी नेतृत्व और प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक छत्तीसगढ़ में उतर आए हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद जनता को 15 साल बाद एक विश्वसनीय सरकार मिली है। कांग्रेस सरकार जनता के लिए न सिर्फ योजनाएं बना रही है, उनका ईमानदारी से जमीनी स्तर पर ठोस क्रियान्वयन भी कर रही है। भारतीय जनता पार्टी की कोई भी संगठनात्मक गतिविधि कांग्रेस पार्टी को, कांग्रेस सरकार की नीतियों को चुनौती देने में कामयाब होगी यह संभव नहीं है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा जनता का भरोसा खो चुकी है और 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही लगातार जनता भारतीय जनता पार्टी के ऊपर अविश्वास जता रही। इसका एक बड़ा कारण यह है कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के एक बड़े ब्रांड के रूप में उभरे हैं। उनकी योजनाओं और सरकार के कामकाज का मुकाबला करने के लिए भाजपा के पास कुछ भी नहीं है।
जनता मांग रही बीजेपी से जवाब
पीसीसी चीफ बैज ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के जो स्थानीय नेता हैं, उन पर से भाजपा नेतृत्व का भरोसा खत्म हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा अंतर्विरोध के कारण जर्जर हो गई है। छत्तीसगढ़ के विकास में बाधक बनने की वजह से राज्य की जनता के सामने मुंह दिखाने लायक नहीं रह गई है। उसकी केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ भेदभाव पूर्ण अन्याय कर भाजपा के ताबूत में आखिरी कील ठोंक दी है। भाजपा के राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ आ रहे हैं तो छत्तीसगढ़ की जनता उनसे यह भी जवाब चाहती है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय क्यों कर रही है ? केंद्रीय योजनाओं में छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है? छत्तीसगढ़ के हिस्से का 55 हजार करोड़ केंद्र ने क्यों रोक रखा है? उससे राज्य के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित केंद्र के नेता इसके बारे में पहल क्यों नहीं कर रहे? क्या छत्तीसगढ़ भाजपा के लिए सिर्फ चुनावी लिहाज से ही जरूरी है? राज्य के विकास में भाजपा का कोई कर्तव्य नहीं है ?