निरीक्षण के दौरान नदारद पाए गए स्कूलों के तीन शिक्षक

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  • एबीईओ तिवारी ने किया शालाओं का निरीक्षण

बस्तर  सतत निरीक्षण के दौरान सहायक खंड शिक्षा अधिकारी बस्तर सुशील तिवारी ने बस्तर विकासखंड के दूरस्थ अंचल में स्थित विभिन्न प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं व हाईस्कूलों का गहन निरीक्षण किया। अपने भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम संकुल मुरकुची की माध्यमिक शाला, हायर सेकंडरी स्कूल, प्राथमिक शाला विश्रामपुरी, माध्यमिक शाला विश्रामपुरी, संकुल जामगांव की प्राथमिक माध्यमिक शाला व हाईस्कूल, संकुल खड़का की प्राथमिक शाला डेंगपारा, खासपारा, माध्यमिक शाला खड़का, संकुल फरसागुड़ा की बड़ेपारा भानपुरी व प्राथमिक शाला नागरवाही समेत लगभग दर्जन भर शालाओं का गहन निरीक्षण किया गया। श्री तिवारी ने अपने निरीक्षण के दौरान सभी शालाओं में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति,अध्यापक दैनंदिनी के नियमित संधारण करने, बच्चों की छात्रवृत्ति योजना का शत प्रतिशत पंजीयन करने, पात्र छात्र छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र की शाला स्तर पर की जाने वाली अग्रिम कार्यवाही की पूर्ण करने, छात्रों का स्काउट, गाइड हेतु पंजीयन करने जैसी गंभीर विषयों के बारे में सतत कार्य करने सभी प्रभारियों को निर्देशित किया।

 

वाटिका ने किया मंत्रमुग्ध

निरीक्षण के दौरान कई शालाओं में बच्चों द्वारा निर्मित वाटिकाओं का अवलोकन भी श्री तिवारी ने किया। उन्होंने वाटिकाओं के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सभी शालाओं में अपने भवन स्थल पर ऐसा कार्य करना चाहिए। अधिकारी के निरीक्षण के दौरान दीपावली की लंबी छूट्टी के बाद भी कई शालाओं में शिक्षक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए जो कि घोर लापरवाही व शिक्षा के प्रति घोर उदासीनता को दर्शाता है। माध्यमिक शाला मुरकुची के फूलचंद नाग, हाईस्कूल जामगांव के प्रभारी प्राचार्य व व्याख्याता बीआर बघेल एवं अतिथि शिक्षक बुदेश्वर साहू अनुपस्थित पाए गए। उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने हेतु उच्चाधिकारियों को अवगत कराने की बात श्री तिवारी द्वारा कही गई है। अन्य शालाएं विधिवत संचालित पाई गईं।

बच्चों ने जीत लिया दिल

एबीईओ श्री तिवारी ने मुरकुची की शालाओं का निरीक्षण करते हुए शाला में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार हेतु आवश्यक सुझाव भी दिए। उन्होंने बच्चों से पाठ्यक्रम आधारित सवाल भी पूछे। तुरंत जवाब देने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को श्री तिवारी ने पुरस्कृत कर प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने यहां स्थित पुस्तकालय व प्रयोगशाला का भी अवलोकन किया और व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने इसी प्रकार नियमित निरीक्षण करने की बात कही। श्री तिवारी ने बताया कि मध्यान्ह भोजन योजना के तहत कुछ शालाओं में तो गुणवत्तायुक्त भोजन दिया जा रहा है, किंतु अभी भी कुछ शालाओं में स्व सहायता समूह द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस कारण इन शालाओं के बच्चों को गुणवत्ता युक्त आवश्यक पोषक तत्व वाला भोजन नहीं मिल पा रहा है। स्थिति सुधारने अधिकारी द्वारा मौके पर ही हिदायत दी गई। उन्होंने कई शालाओं में बच्चों की विज्ञान व अंग्रेजी विषयों की क्लास भी ली। अधिकारी को अपने बीच पाकर बच्चे काफी प्रभावित थे। उन्होंने आगाह किया कि शिक्षा की गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।