- पुलिस ने दर्ज किए पांच कर्मचारियों के बयान
- ट्रक ड्राईवरों की तलाश चल रही है अनेक प्रदेशों में
अर्जुन झा
जगदलपुर नगरनार स्टील प्लांट से लोहा चोरी के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े होने की खबर है। प्लांट के कुछ अधिकारी -कर्मचारियों, सीआईएसएफ जवानों और ठेकेदारों की संलिप्तता पर भी पुलिस की नजर है। पुलिस ने प्लांट प्रबंधन से लोहा निकासी के दस्तावेज मंगाए हैं। फरार ट्रक ड्राईवरों की तलाश के लिए कुछ प्रदेशों में बस्तर जिला पुलिस की टीमें भेजी गई हैं।
राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के नगरनार स्टील प्लांट से बीते दिनों हुई लगभग 25 लाख रु. मूल्य के पिग आयरन चोरी के मामले में फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं। खबर है कि प्लांट की लोडिंग साईट के सुपरवाईजर सहित वहां ड्यूटी करने वाले 5 कर्मचारियों के बयान पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं। अब तक इस मामले में पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली है। खबर है कि ट्रक चालक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दीगर राज्य रवाना की गई है। वाहन चालक के पकड़े जाने के बाद ही रहस्य से पर्दा उठ सकता है। विशेष सूत्रों से जानकारी मिली है कि एनएमडीसी के कुछ कर्मचारी लोहा माफिया से सांठगांठ कर लोहा चोरी को अंजाम दिलाते आ रहे थे। गिरोह के जरिए विगत दो माह से कच्चा लोहा चोरी का कारोबार चल रहा है। इससे सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। ज्ञात हो कि नगरनार स्टील प्लांट से 8 दिसंबर को एक ही नंबर सीजी 04 एमके 9383 के दो ट्रकों को पिग आयरन की निकासी करते पकड़ कर सीआईएसएफ ने नगरनार पुलिस के हवाले किया था। दोनों टूक अभी पुलिस की अभिरक्षा में हैं और मामले की जांच नगरनार पुलिस कर रही है। पुलिस प्लांट के दस्तावेजों को भी खंगालने में भी जुटी है। प्लांट के कई कर्मचारियों से पूछताछ की जा चुकी है।
धोखाधड़ी का मामला दर्ज
स्टील प्लांट के शुरू होने के कुछ दिन बाद से ही लोहा माफिया सक्रिय हो गए थे। चर्चा है कि छत्तीसगढ़, ओड़िशा, प. बंगाल और महाराष्ट्र के लोहा कारोबारियों से प्लांट के एक अधिकारी के अच्छे संबंध हैं। प्लांट के कर्मचारियों की मदद से लोहा माफिया कच्चे लोहे की चोरी को अंजाम देने लगे थे। इसमें सीआईएसएफ के जवानों के भी लिप्त होने की चर्चा है। खबर है कि अब तक कई ट्रक पिग आयरन पार किया जा चुका है। इससे नगरनार स्टील प्लांट को अब तक करोड़ों का चूना लगाया जा चुका है। नगरनार थाने से मिली जानकारी के अनुसार पिग आयरन लदे दोनों ट्रक अभी पुलिस अभिरक्षा में हैं। मामले में धारा 420, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है। ट्रक चालकों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें कुछ राज्यों की ओर कूच कर चुकी हैं। चालकों की गिरफ्तारी से मामले का राजफाश हो जाएगा।
वर्सन
मंगाए गए हैं दस्तावेज
नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि पिग आयरन चोरी मामले में लोडिंग साईट के सुपरवाईजर सहित 5 कर्मचारियों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। प्लांट के अधिकारियों से दस्तावेजों की मांग की गई है। दस्तावेजों की भी पड़ताल होगी।
विकास कुमार, सीएसपी, जगदलपुर