- भाजपा को घेरने की पूरी तैयारी कर ली कांग्रेस ने
- किसान की खुदकुशी को लेकर साय सरकार पर हमलावर हुआ विपक्ष
अर्जुन झा
जगदलपुर भाजपा को सत्ता में आए अभी चंद दिन ही बीते हैं कि एकमात्र विपक्षी दल कांग्रेस ने साय सरकार को घेरने के लिए फुलप्रूफ तैयारी कर ली है। बस्तर संभाग के एक किसान की आत्महत्या ने कांग्रेस को बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा थमा दिया है। देव कृषक बलराम के हल के जरिए भाजपा के विष्णु के सुदर्शन चक्र से मुकाबला करने के लिए आतुर हो उठी है कांग्रेस। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के साथ ही तमाम कांग्रेस नेता भाजपा सरकार पर हमलावर हो उठे हैं। विष्णुदेव साय को चौतरफा घेरने का कांग्रेसी प्लान रेडी है। कांग्रेस की जांच कमेटी गठित हो चुकी है। अब कमेटी के सदस्यों के कुकड़ाझोड़ दौरा और उसकी रिपोर्ट का इंतजार है।
बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के ग्राम कुकड़ाझोर के निवासी किसान हीरा (हीरु) बढ़ई ने गत दिवस आत्महत्या कर ली थी। कहा जा रहा है कि हीरु कर्ज की वजह से परेशान था। वह अपने बेटे की शादी भी करने वाला था। हीरु की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह कर्ज चुका पाने की स्थिति में नहीं थी। वह सोसाइटी का कर्ज चुकाए या बेटे की शादी करे इस चिंता में घुला जा रहा था। इसी परेशानी के चलते हीरु को आत्मघाती कदम के लिए मजबूर होना पड़ा। हीरु ने आत्महत्या क्या कर ली, कांग्रेस को भाजपा सरकार को घेरने का बड़ा मौका मिल गया। सबसे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज ने हीरु आत्महत्या प्रकरण को जन मानस के सामने लाया। बैज ने हीरु बढ़ई की आत्महत्या के लिए सीधे तौर पर विष्णुदेव साय सरकार और भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। बैज ने मामले की जांच के लिए कांग्रेस की एक उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित कर दी है। इस कमेटी के संयोजक बस्तर के वरिष्ठ विधायक लखेश्वर बघेल को बनाया गया है। कमेटी के सदस्य पूर्व मंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम, नारायणपुर के पूर्व विधायक चंदन कश्यप और जिला कांग्रेस कमेटी नारायणपुर के अध्यक्ष रजनू नेताम हैं। कुल मिलाकर यही प्रतीत हो रहा है कि कांग्रेस इस मामले को यूं ही अपने हाथ से फिसलने नहीं देगी और इसे बड़ा मुद्दा बनाकर आक्रामक लड़ाई शुरू करेगी। भाजपा के ‘विष्णु’ के सुदर्शन चक्र का मुकाबला कांग्रेस बलराम (किसान) के हल के दम पर करने वाली है। भले ही नारायणपुर के किसान हीरु ने कांग्रेस शासनकाल के दौरान कर्ज लिया था और भाजपा को सत्ता सम्हाले चंद दिन ही हुए हैं तथा पूरी सरकार भी गठित नहीं हो पाई है। राजनीति में उतावलापन और जल्दबाजी कभी कभी भारी पड़ जाती है। कांग्रेस शायद उतावली हो उठी है। वैसा ही उतावलापन दिखाते हुए नए नए उप मुख्यमंत्री बने विजय शर्मा ने चुनावों के दौरान अपनी पार्टी भाजपा के घोषणा पत्र का अध्ययन किए बगैर विभिन्न मंचों से ऐलान कर दिया था कि भाजपा की सरकार बनी, तो किसानों के दो लाख रु. तक का कर्ज माफ किया जाएगा। कांग्रेस अब विजय शर्मा के इसी बयान को अपने ढाल की तरह इस्तेमाल कर रही है।
किसानों के लिए पनौती है भाजपा: बैज
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, आदिवासी कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि किसान हीरु बढ़ई की आत्महत्या के लिए भाजपा जिम्मेदार है। बैज ने कहा कि विजय शर्मा समेत कुछ अन्य भाजपा नेताओं ने विधानसभा चुनावों के दौरान सार्वजनिक मंचों से घोषणा की थी कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों के दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जाएगा। राज्य में भाजपा की सरकार बन चुकी है, पहली केबिनेट बैठक भी हो चुकी है। बावजूद किसानों की कर्जमाफी, 3100 रुपए क्विंटल की दर से तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदने के भाजपाई वादे पर कोई कदम अब तक नहीं उठाया गया है। इससे किसान हताश और परेशान हैं। उनमें निराशा घर गई है। हीरु को इसी वजह से खुदकुशी करनी पड़ी। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही छत्तीसगढ़ के किसानों के बुरे दिन आ गए हैं। दीपक बैज ने भाजपा को किसानों और मजदूरों के लिए पनौती निरुपित करते हुए नई दिल्ली के किसान आंदोलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों पर मोदी सरकार की हठधर्मिता के कारण पचासों किसानों को जान गंवानी पड़ी थी।छत्तीसगढ़ में तो अभी भाजपा सरकार की शुरुआत भर हुई है और किसान हीरु को आत्महत्या करना पड़ गया।
क्यों दिखाया सब्जबाग : बघेल
बस्तर के वरिष्ठ विधायक लखेश्वर बघेल ने मृत किसान के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते कहा है कि भाजपा की सरकार बने हफ्ता नहीं गुजरा है और नारायणपुर जिले के ग्राम कुकड़ाझोर के किसान हीरु बढ़ाई को अपने खेत में कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या करना पड़ गया। हीरु की मौत के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताते हुए बघेल ने कहा है कि अपने चुनावी वादे में भाजपा के नेता व कार्यकर्ता किसानों की कर्जमाफी संबंधी पाम्पलेट बांटते फिर रहे थे। भाजपा नेता अपने चुनावी भाषणों में भी कर्जमाफी का वादा करते रहे। इसकी वीडियो भी प्रमाण के रूप में उपलब्ध है। भाजपा ने किसानों को सब्जबाग दिखाया, उनके साथ छल किया है। इसीलिए किसान आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। इसकी पूरी जिम्मेदारी भाजपा पर है। विधायक श्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस ने 2018 में सत्ता सम्हालते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी पहली कैबिनेट में प्रदेश के 18.82 लाख किसानों के 9, 270 करोड़ रूपए के कृषि ऋण माफ कर दिए थे। वहीं भाजपा कर्जमाफी का झूठ फैलाकर सत्ता पर आसीन हुई है। हीरु बढ़ई के साथ हुई दुखद घटना ने भाजपा के किसान विरोधी चेहरे को बेनकाब कर दिया है। लखेश्वर बघेल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसानों के साथ खड़ी थी और आगे भी खड़ी रहेगी तथा उन्हें उनका हक दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई भी लड़नी पड़ी तो पीछे नहीं हटेगी।
भाजपा ने किसानों को ठगा : चंदन
नारायणपुर के पूर्व विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष चंदन कश्यप ने भाजपा पर किसानों को ठगने का आरोप लगाया है। चंदन कश्यप ने कहा कि भाजपा कर्जमाफी का झूठे वादे की बदौलत सत्ता में तो आ गई, लेकिन किसानो को सबसे बड़ा धोखा देकर आज खून के आंसू रोने के लिए मजबूर कर रही है। कश्यप ने कहा कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और नारायणपुर के भाजपा नेताओं ने किसानों और महिला स्व सहायता समूहों के 2 लाख रु. तक की कर्जमाफी का झूठा वादा किया था। चंदन कश्यप ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र मे पहला वादा किया था कि किसानों का धान प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से और 3100 रू. क्विंटल की दर से खरीदेंगे, लेकिन पहले ही कैबिनेट मे मुख्यमंत्री के द्वारा किसानों के हित मे फैसला न ले पाना अत्यंत दुःखद है। पूर्व की हमारी कांग्रेस सरकार ने कभी भी किसानों की आंखों में आंसू नहीं आने दिया। प्रदेश के किसान खुश थे। श्री कश्यप के मुताबिक किसानों का कहना है कि कांग्रेस सरकार किसानों के धान को 2500 रू. की दर से और प्रति एकड़ 20 क्विंटल खरीद रही थी। भाजपा के सरकार मे आते ही प्रति एकड़ 15 से 17 क्विंटल धान खरीदने की बात सामने आ रही है। यह किसानों के साथ सबसे सरासर विश्वासघात है। चंदन कश्यप ने कहा है कि कर्ज के बोझ से परेशान नारायणपुर जिले के कुकड़ाझोर निवासी किसान हीरु बढ़ई की खुदकुशी की जिम्मेदारी प्रदेश की भाजपा सरकार और स्थानीय विधायक केदार कश्यप को लेना ही होगा। चंदन कश्यप ने कहा कि प्रदेश मे अब फिर से वही दौर लौट आया है, किसानों की चीख का शोर लौट आया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मृत किसान के परिवार को न्याय दिलाने और उचित मुआवजा देने की मांग की मांग की है।