अभी से हांफने लगी है डबल इंजन की सरकार : दीपक बैज

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  •  फंड जितना चाहें, केंद्र से मिल जाएगा, हमारे साथ तो पक्षपात होता रहा
  • भाजपा और संघ कार्यालय में हाजिरी लगा रहे अफसर

जगदलपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज ने फंड की कमी बताए जाने को लेकर विष्णुदेव साय सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि डबल इंजन वाली सरकार अभी से हांफने लगी है। साय सरकार को केंद्र से मनचाहा फंड मिल सकता है। हमारी सरकार के साथ तो केंद्र सरकार भेदभाव करती थी, योजनाओं की रकम रोक देती थी। साय सरकार के साथ तो ऐसी कोई दिक्कत नहीं है।

यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने अनेक मुद्दों पर खुलकर बात की। विष्णुदेव साय सरकार द्वारा कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद किए जाने और नई योजनाओं के क्रियांवयन के लिए रिजर्व बैंक से कर्ज लिए जाने के सवाल पर बैज ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद कर भाजपा सरकार गरीबों, महिलाओं, बेरोजगारों और किसानों के पेट पर लात मार रही है। रही बात रिजर्व बैंक से लोन लेने की, तो साय सरकार को हाय तौबा करने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। डबल इंजन की सरकार है। केंद्र सरकार से जब चाहे, जितना चाहे विष्णुदेव साय सरकार फंड ले सकती है। फंड का रोना नहीं रोना चाहिए। हमारी कांग्रेस सरकार के साथ केंद्र सरकार लगातार भेदभाव करती रही। लोक कल्याणकारी योजनाओं के केंद्रीय मद की रकम को भी देने में आनाकानी की जाती थी। अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग के सवाल पर दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा ने नई संस्कृति शुरू की है। प्रशासन का संचालन भाजपा और संघ के कार्यालयों से हो रहा है। अधिकारियों को ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए भाजपा और संघ के दफ्तरों में लाइन लगानी पड़ रही है। यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।

एक अनार और सौ बीमार
साय मंत्रिमंडल में अनुभवी और पुराने नेताओं को जगह न मिलने के सवाल को भाजपा का अंदरूनी मामला बताते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि बारह मंत्री तो बन चुके हैं, सिर्फ एक पद खाली है। इस एक अनार के लिए सौ बीमार लाइन लगाए खड़े हैं। मंत्री पद पाने के लिए भाजपा विधायकों में जमकर खींचतान चल रही है, पार्टी में कलह मची हुई है। असंतोष के स्वर अंदरूनी तौर पर उभर रहे हैं मगर खुलकर कोई कुछ नहीं बोल रहा है। लोकसभा चुनाव की तैयारी के नाम पर कुछ को कलस्टर का झुनझुना थमा दिया गया है। दीपक बैज का इशारा एक तरह से अंतागढ़ के विधायक एवं पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी की ओर था। श्री उसेंडी को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है, अलबत्ता बस्तर कलस्टर का संयोजक जरूर नियुक्त कर दिया गया है।

केदार से नहीं सम्हल रहा विभाग
हसदेव अरण्य के मुद्दे के लिए वनमंत्री केदार कश्यप पर तंज कसते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि केदार कश्यप से विभाग नहीं सम्हाला जा रहा है। प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री हैं और वनमंत्री भी आदिवासी हैं, मगर हसदेव अरण्य क्षेत्र के आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मानवता के नाते मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वनमंत्री केदार कश्यप को हसदेव जाकर पीड़ितों व प्रभावितों का दर्द बांटना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा अब तक नहीं किया है। हसदेव अरण्य क्षेत्र के आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, मगर प्रदेश सरकार के इन दोनों आदिवासी नेताओं का दिल नहीं पसीज रहा है।  बैज ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में जल्द बदलाव होगा। युवा, अनुभवी, मातृशक्ति को महत्व दिया जाएगा। हम सभी मिलकर लोकसभा चुनाव बड़े ही प्रभावी तरीके से लड़ेंगे और ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल करेंगे।