ग्रामीणों की आस्था से खिलवाड़ करने पर तुल गई है बकावंड ग्राम पंचायत

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  •  सालभर में भी पूर्ण नहीं हो सका है देवगुड़ी का निर्माण
  •  बस्तर विधायक ने स्वीकृत किए हैं 5.50 लाख रू.
  • उप सरपंच बंशीधर कश्यप की कार्यप्रणाली संदिग्ध

अर्जुन झा-

बकावंड ग्राम पंचायत बकावंड के जिम्मेदार प्रतिनिधि ग्रामीणों की आस्था से भी खिलवाड़ करने पर तुल गए हैं। ग्रामीणों के आस्था के केंद्र और पूजा स्थल बैरम गुड़ी का निर्माण सालभर से अधर में लटका हुआ है। बैरम गुड़ी के लिए स्वीकृत राशि की अफरा तफरी की संभावना ग्रामीण व्यक्त कर रहे हैं। निर्माण में लेट लतीफी को लेकर उप सरपंच बंशीधर कश्यप की कार्यप्रणाली भी शक के दायरे में आ गई है।

बकावंड विकासखंड मुख्यालय की ग्राम पंचायत में ही पंचायत प्रतिनिधि जब मनमानी और भ्रष्टाचार का खुला खेल खेल रहे हैं, तब अन्य ग्राम पंचायतों में क्या हाल होगा, इसका आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है। बकावंड जनपद पंचायत मुख्यालय में स्थित ग्रामीणों की आस्था के प्रमुख केंद्र बैरम देवगुड़ी का पुराना भवन पूरी तरह जर्जर हो चला है और वह काफी छोटा भी है। इसे देखते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल से बैरम देवगुड़ी के लिए नया भवन बनवाने की मांग की थी। ग्रामीणों की भावनाओं का सम्मान करते हुए विधायक लखेश्वर बघेल ने लगभग डेढ़ साल पहले नया बैरम गुड़ी मंदिर निर्माण के लिए अपनी विधायक निधि से 5 लाख 50 हजार रुपए की स्वीकृति दी थी। इस देवगुड़ी को यहां के ग्रामीण बैरम देवगुड़ी के रूप में जानते पहचानते हैं। लेकिन विधायक द्वारा स्वीकृत राशि भैरम देवगुड़ी के नाम से हुई है। यह मात्रात्मक त्रुटि हो सकती है, मगर यह सौ फीसदी सच है कि राशि बैरम देवगुड़ी निर्माण के लिए ही मिली है। देवगुड़ी निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत बकावंड को दी गई थी और पूरी राशि ग्राम पंचायत को हस्तांतरित भी जा चुकी है। बीते साल जनवरी माह में, जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी, तब बैरम देवगुड़ी निर्माण का काम उप सरपंच बंशीधर कश्यप की देखरेख में शुरू हुआ था। पूरा साल गुजर गया। छत्तीसगढ़ में तख्त बदल गया, ताज बदल गया। राज्य में भाजपा की सरकार बन गई। नहीं बदला, तो वह है क्षेत्र का विधायक। लखेश्वर बघेल क्षेत्र से पुनः विधायक चुन लिए गए हैं। श्री बघेल को विधायक चुनने में बकावंड के भी मतदाताओं की बड़ी भूमिका है। वहीं दूसरी ओर बैरम देवगुड़ी निर्माण के नाम पर मात्र पिलर ही खड़े किए जा सके हैं और बिना दीवारों की बहुत ही छोटी गुड़ी का स्तरहीन निर्माण करा दिया गया है। इस निर्माण में सीमेंट, छड़ आदि का उपयोग बहुत ही कम मात्रा में किया गया है। निर्माण सामग्री भी स्तरहीन उपयोग में लाई गई है। इसमें मुश्किल से डेढ़ लाख रुपए ही खर्च हुए होंगे। जाहिर है कि बाकी के चार लाख रुपए की बंदरबांट कर ली गई है। इस देवगुड़ी में देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा इसीलिए नहीं हो पा रही है। जो डेढ़ लाख रुपए खर्च हुए हैं, उसमे भी फर्जीवाड़ा किया गया है। उप सरपंच बंशीधर कश्यप सालभर से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी बैरम देवगुड़ी के पूर्ण निर्माण पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों ने उप सरपंच की कार्यप्रणाली पर आशंका व्यक्त की है। उनका कहना है कि आर्थिक हित साधने के लिए जन आस्था के साथ उप सरपंच खिलवाड़ कर रहे हैं, जबकि उप सरपंच और अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी इसी देवगुड़ी को आराध्य मानकर वहां पूजा अर्चना करते हैं। बावजूद आम ग्रामीणों की आस्था को वे नजरअंदाज कर रहे हैं।

जल्द होने वाला है देव मड़ई और पूजन

ग्रामीणों का कहना है कि उप सरपंच बंशीधर कश्यप ने देवगुड़ी का निर्माण कार्य जनवरी 2023 में शुरू कराया था। तब से लेकर अब तक एक साल से भी ज्यादा लंबा वक्त बीत चुका है। बावजूद आज तक भगवान की गुड़ी का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है। जल्द ही बकावंड में देव मेला मड़ई का आयोजन होने वाला है। मेला मड़ई के अवसर भैरम देवगुड़ी के साथ ही गांव के सभी देवी देवताओं का विशेष पूजन किया जाता है। इस वर्ष अर्ध निर्मित देवगुड़ी में देव पूजन कैसे होगा, इसे लेकर ग्रामीण चिंतित हैं।ग्रामीणों का कहना है कि बैरम देवगुड़ी का निर्माण जल्द ही गुणवत्ता पूर्ण ढंग से पूरा कराया जाए, ताकि जन आस्था अपमानित न होने पाए। ग्रामीणों को इस बात का भी दुख है कि विधायक लखेश्वर बघेल ग्रामीणों की हर मांग को पूरा करते हैं, निर्माण कार्यों की स्वीकृति देते हैं, मगर वे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और पूर्णता पर ध्यान नहीं देते। विधायक की इस सज्जनता का बेजा लाभ उठाते हुए पंचायत प्रतिनिधि मनमानी और भ्रष्टाचार को अंजाम देने में लग जाते हैं। इसके चलते विधायक की छवि धूमिल होती है।

वर्सन:

कराएंगे मामले की जांच

अगर ग्राम पंचायत द्वारा देवगुड़ी के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है और उसे पूरा नहीं कराया जा रहा है, तो इसकी जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एसएस मंडावी, सीईओ, जनपद पंचायत, बकावंड