वैद्यराज हेमचंद मांझी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि देने की मांग की हल्बा समाज ने

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  •  पद्मश्री सम्मान के लिए नामित हैं वैद्य हेमचंद मांझी
    जगदलपुर बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर निवासी प्रख्यात वैद्य हेमचंद मांझी को डॉक्टरेट की मांग हल्बा समाज ने उठाई है। वैद्य हेमचंद मांझी को भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान के लिए नामित किया है।
    आदिवासी हल्बा समाज 18 गढ़ महासभा मुख्यालय बड़ेडोंगर युवा प्रकोष्ठ व संभाग बड़ांजी के संयुक्त नेतृत्व में 26 फरवरी को शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर के कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया. समाज के मीडिया प्रभारी वरुण साहनी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरुस्के लिए नामित हेमचंद मांझी (हल्बा) को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाए इस मांग को लेकर समाज के लोगों ने कुलपति से चर्चा की। युवा प्रकोष्ठ महासचिव रूपेंद्र मांझी ने बताया कि हेमचंद मांझी धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर के हल्बा समाज से आते हैं और जो निरंतर लोगों की स्वास्थ्य सेवा में 50- 60 वर्ष से निस्वार्थ भाव से लगे हुए हैं। देश विदेश से अनेक रोगों से ग्रसित लोग उनके पास उपचार के लिए आते हैं।

मांझी सिर्फ नाड़ी छूकर देसी जड़ी बूटी से बीमारियों का इलाज करते हैं। उनके इस निस्वार्थ सेवा भाव और उनके शत प्रतिशत सफल इलाज की प्रमाणिकता को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मश्री पुरुस्कार के लिए नामित किया गया है। यह हल्बा समाज एवं सम्पूर्ण आदिवासी समाज के लिए गौरव की बात है। वैद्यराजमांझी की इन उपलब्धियों को देखते हुए हल्बा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति से भेंट कर चर्चा की। कुलपति ने आश्वासन दिया है कि आगामी वाले समारोह के दौरान  मांझी को यह मानद उपाधि जरूर प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर हेमचंद मांझी के सुपुत्र दिनेश मांझी, लोकेश्वर बाकड़ा संभागीय सचिव बड़ाजी, रूपेंद्र मांझी महासचिव 18 गढ़ महासभा युवा प्रकोष्ठ, नकुल बाकड़ा, लिंगेश्वर बाकड़ा, कुलेश्वर बाकड़ा एवं अन्य उपस्थित थे।