मैं किसी को राशन नहीं दूंगा, जाओ जहां शिकायत करना है कर लो

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  •  ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा के हितग्राहियों से राशन विक्रेता करता है अभद्र व्यवहार
  • अक्सर बंद रहती है गांव की पीडीएस दुकान

अर्जुन झा

बकावंड बकावंड जनपद पंचायत क्षेत्र की कुछेक ग्राम पंचायतों में स्थित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों के संचालक और विक्रेता मनमानी पर उतर आए हैं। गरीबों के हिस्से के चना और अनाज की कालाबाजारी के साथ ही अब राशन विक्रेताओं की दादागिरी की भी बात भी सामने आ रही है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा से सामने आया है। जहां के राशन विक्रेता द्वारा ग्रामीण उपभोक्ताओं को सरेआम धमकियां दी जाने लगी हैं। विक्रेता साफ शब्दों में कहता है कि मैं तुम्हें राशन नहीं दूंगा, जाओ जहां शिकायत करना है कर लो, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। राशन विक्रेता के ऐसे अभद्र व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखी जा रही है।

बस्तर संभाग में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को निजी आमदनी का जरिया बनाने में खाद्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी और राशन दुकान संचालक कोई कमी नहीं कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले हमने गरीबों को वितरित करने के लिए शासकीय उचित मूल्य की दुकान में शासन द्वारा भेजे जाने वाले चना की ओड़िशा में कालाबाजारी किए जाने की खबर उजागर की थी। अब बकावंड जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान में कार्यरत विक्रेता की दादागिरी का मामला सामने आया है। बताया गया है कि बड़े देवड़ा ग्राम पंचायत की राशन दुकान अक्सर बंद रहती है और कभी जब खुलती भी है, तो उसका निर्धारित समय नहीं रहता। विक्रेता अपनी मर्जी से दुकान को खोलता और बंद करता है। ग्रामीण जब इस मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने लगे, तो विक्रेता का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। वह ग्रामीणों के घर घर जाकर धमकी देने एवं अभद्र व्यवहार करने लगा है। ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा के राशन विक्रेता द्वारा हमेशा राशन का दुकान बंद रहने व समय पर न खोलने से हितग्राही दुकान के चक्कर काट काटकर परेशान हैं। ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा नियुक्त किया गया राशन विक्रेता द्वारा घरों में जाकर महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाने लगा है।वह साफ तौर पर धमकी दे रहा है कि जहां मेरे खिलाफ शिकायत करना है कर लो, मैं किसी को भी राशन नहीं दूंगा। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इस तरह राशन विक्रेता गांव के गरीब परिवारों को राज्य और केंद्र सरकार की ओर से उपलब्ध कराए जाने वाले अनाज, गुड़, चना, शक़्कर आदि से वंचित करने पर तुल गया है। राशन संचालक की दादागिरी से ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा के हितग्राही परेशान हैं।

कई माह से नहीं मिला चावल

हितग्राहियों का कहना है कि राशन विक्रेता द्वारा उपभोक्ताओं को कई माह से राशन चावल नहीं दिया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ग्रामीणों के आया चावल और दीगर राशन आखिर जा कहां रहा है? निसंदेह उसकी कालाबाजारी की जा रही होगी। फूड इंस्पेक्टर इस संबंध में फोन से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि दुकान पंचायत के अधीन संचालित किया जा रहा है, जिसके चलते वहां के हितग्राहियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इस तरह के बात सामने आ रही है, तो यह गलत है। सरपंच ग्राम पंचायत बड़े देवड़ा द्वारा के राशन दुकान संचालक के व्यवहार के बारे में गोलमोल जवाब दिया जा रहा है।