सूर्यदेव की कृपा से क्रेडा जुटा ग्रामीणों के जीवन का अंधियारा दूर करने में

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  •  नियद नेल्लानार योजना से बदल रही है नक्सल प्रभावित गांवों की तस्वीर
  • सौर ऊर्जा से रोशन होने लगे हैं अब अंदरूनी गांव

जगदलपुर नियद नेल्लानार योजना से माओवाद प्रभावित क्षेत्र बस्तर की तस्वीर बदल रही है। जिस क्षेत्र में बिजली नहीं पहुंच पा रही है, वहां क्रेडा विभाग सोलर ऊर्जा से क्षेत्र को रौशन कर रहा है। जिन ग्रामीणों ने न पहले कभी टीवी नहीं देखी थी और न बिजली की चकाचौंध रौशनी, उनके जीवन में सूर्य देव की कृपा से व्यापक बदलाव आ रहा है। अब ग्रामीण टीवी के जरिए शेष दुनिया से कनेक्ट होने लगे हैं तथा उनके बच्चे रात में भी पढ़ाई कर सुनहरे भविष्य का तानाबाना बुनने लगे हैं। इसमें छत्तीसगढ़ शासन का क्रेडा विभाग महति भूमिका निभा रहा है।

 

नियद नेल्लानार योजना यानि आपका अच्छा गांव योजना अंतर्गत छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्रेडा विभाग द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इस योजना के तहत सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा एवं नारायणपुर जिलों में स्थापित 21 सुरक्षा कैंपों में शामिल 86 गांवों में विभागीय योजनाओं के तहत आवश्यकता के अनुसार कार्य कराए जा रहे हैं। इस योजना में इन सभी जिलों के 86 ग्रामों में क्रेडा की वर्तमान चलित योजनाओं के तहत सौर सुजला योजना से 380 नग सौर सिंचाई पंप, जल जीवन मिशन से 136 नग सौर पेयजल पंप, चौक चौराहों में 93 नग सोलर हाई मास्ट संयंत्र एवं अविद्युतीकृत घरों के विद्युतीकरण के लिए 03 नग सोलर पावर प्लांट एवं 1219 नग सोलर होम लाईट संयंत्र की स्थापना की गई है। नियद नेल्लानार योजना के तहत तैयार की गई कार्ययोजना पर लगभग 55.53 करोड़ का कार्य कराए जाएंगे। इस कार्ययोजना पर अमल करते हुए ग्राम सिलगेर में 15 नग सोलर होम लाईट की स्थापना पूर्ण कराते हुए विद्युतीकरण कार्य कराए जाने के साथ ही ग्रामों के प्रत्येक परिवार को 5 नग एलईडी लाईट, एक नग पंखा एवं मोबाईल चार्जिंग प्रदान कर लाभान्वित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त ग्राम सिलगेर के ही इत्तापारा आंगनबाड़ी-2 तथा पटेलपारा आंगनबाड़ी-1 में 600वाट की क्षमता वाले सौर संयंत्र सहित टीवी स्थापित किए जा चुके हैं। टीवी के जरिए ग्रामवासियों को देश दुनिया की खबर, मनोरंजन एवं मुख्यधारा की जानकारी मिल रही है और उनकी दिनचर्या, जीवनशैली में बदलाव हो रहा है। साथ ही गांव में निवासरत परिवारों के बच्चों को सोलर होम लाईट के माध्यम से पढ़ाई करने में व अन्य कार्यों में सहायता भी मिल रही है।