- म्यूजिकल फाउंडेशन, मिट्टी बिक्री, गंबूसिया मछली पर भी राणा और गुप्ता स्पस्टीकरण दें: योगेश
जगदलपुर कांग्रेस के जिला प्रवक्ता योगेश पाणिग्रही ने कहा है कि पंद्रह वर्षों से दलपत सागर की जलकुंभी हटाने के नाम पर लूट मचाने वाले बीजेपी को दलपत सागर के मुद्दे पर बोलने का अधिकार नहीं है। खासकर बीजेपी नेता सुरेश गुप्ता और संग्राम सिंह राणा को तो नैतिक अधिकार नहीं है। वे सिर्फ सुर्खियों में बने रहने शिगूफा छोड़ते रहते हैं। बीजेपी के दोनों नेताओं को म्यूजिकल फाउंटेन, दलपत सागर की अवैध मिट्टी बिक्री, गंबूसिया मछली पर भी अपनी प्रतिक्रिया देना चाहिए।जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता योगेश पानीग्राही ने कहा है कि भ्रष्टाचार से जन्मी बीजेपी के नेताओं को हर जगह भ्रष्टाचार ही नजर आता है। दलपत सागर की जमीन भूमाफिया के हाथों बेचने का कुत्सित प्रयास महापौर किरण देव के कार्यकाल में हुआ। संग्राम सिंह राणा और सुरेश गुप्ता तब पार्षद थे। उस समय गंबूसिया मछलियां दलपत सागर में डाली गईं थीं। उस पर भी कुछ बोल दें। पूर्व निगम अध्यक्ष संतोष बाफना ने म्यूजिकल फाउंटेन लगाया, उस बारे मे मुंह तक नहीं खुलता है। हजारों गाड़ी मिट्टी कहां गई उस पर भी कुछ बोलना चाहिए। वॉटर हारवेस्टिंग पर भी बीजेपी बोलने का नैतिकता नहीं रखती। क्योंकि नगर निगम द्वारा जांच कमेटी गठित की गई थी। तब बीजेपी के वरिष्ठ पार्षद नरसिंह राव और योगेंद्र पाण्डेय ने क्लीन चिट दे दी। इ बॉल को दलपत सागर मे डाले एक माह भी नहीं हुआ हैं और उस पर ऊंगली उठा कर छोटी मानसिकता इन्होंने दिखा दी है। ये लोग भ्रष्टाचार से जन्मे हैं, इसलिए हर सही काम को उसी चश्मे से देखने की उनकी आदत हो गई है। उन्होंने कहा है कि डालपत सागर में महापौर ही नहीं बीजेपी की नेत्रियां भी सेल्फी लेती हैं। सेल्फी मुद्दे पर बीजेपी संघटन माफ़ी मांगे। महिला महापौर के सेल्फी लेने का बयान महापौर की निजता का हनन है। ऐसा बयान देकर बीजेपी के नेता अपनी महिला विरोधी मानसिकता को उजागर कर रहे हैं। इन नेताओं के बयान के लिए पूरी बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए। आइलेंड इन दिनों जगदलपुर की शान है, सिर्फ महापौर ही नहीं, पूरे प्रदेश की कई माता बहनें भी इसकी सुंदरता देखने आती हैं और दलपत सागर की खूबसूरती को कैमरे मे कैद करती हैं, उस पर टिप्पणी कर बीजेपी ने अपना चाल चरित्र चेहरा उजागर कर दिया।