- पीएचई अफसरों को लिया आड़े हाथ विधायक ने
बकावंड विधायक लखेश्वर बघेल ने बस्तर विधानसभा क्षेत्र में दिनों दिन गहराती जा रही पेयजल और निस्तारी जल समस्या पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।
बस्तर विधायक बघेल ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक पीने का पानी उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन बस्तर पूरी तरह से विफल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में 20 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है। करोड़ों रुपये की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के बाद से जल जीवन मिशन के सभी काम बंद हैं। लोग पेयजल की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं और शासन, प्रशासन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग मूकदर्शक बना हुए हैं।विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि बस्तर में इस साल भीषण गर्मी से जनजीवन बेहाल है। अप्रैल माह में ही पारा 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। अधिकांश कुएं, तालाब, स्टाप डेम सूख चुके हैं। भूजल स्तर तेजी से नीचे जाने की वजह से बोर, हैंडपंप भी सूख रहे हैं। मुख्य मार्गों पर पथिकों के राहत के लिए कहीं भी प्याऊ नहीं दिख रहे हैं। श्री बघेल ने कहा कि ब्लॉक कांलोनी बकावंड में ही दो बोर सूख गए हैं और पानी के लिए जनता त्राहि त्राहि कर रही है। टैंकर से पेयजल की आपूर्ति राहत नहीं पहुंचा पा रही है। यही हाल बकावंड बस्ती का भी है, जहां जल जीवन मिशन के नल और चबूतरे महज शो पिस बने हुए हैं। श्री बघेल ने आगे कहा कि बस्तर विधानसभा क्षेत्र में फ्लोराइड युक्त पानी की गंभीर समस्या है। इसके बावजूद जल जीवन मिशन का काम ठप होना घोर लापरवाही है। गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से निपटने पीएचई विभाग के पास पाइप समेत आवश्यक संसाधन नहीं हैं।मैदानी तकनीकी कर्मचारियों का अभाव भी निरंतर बना हुआ है। बस्तर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विकासखंड बस्तर में 3 एवं विकासखंड बकावंड में महज 2 कर्मचारियों पर 20- 25 पंचायतों का दायित्व है। विकासखंड बस्तर मे हैंडपंप 2611 एवं विकासखंड बकावंड 1978 हैंडपंप की संख्या है। श्री बघेल ने कहा कि प्रशासन ने पेयजल की समस्या को तत्काल गंभीरता से नहीं लिया तो आने वाले मई और जून में स्थिति बेहद गंभीर हो जाएगी, जब गर्मी अपने रौद्र रूप में होगी।
बकावंड में हालात भीषण
ब्लॉक बकावड मुख्यालय की ग्राम पंचायत बकावंड के आवासपारा में 2016-17 में डीएएमएफटी मद से पाइप लाईन विस्तार कार्य 5.55 लाख और 5.61 लाख रूपए की लागत से कराया गया था, लेकिन गिने चुने घरों में ही पानी पहुंच रहा है। ज्यादातर घरों में पनी एक बूंद भी नहीं पहुंच रहा है। पुराने हैंडपंप को निकाल कर बोर में मोटर पंप लगाया गया था। पहले जो 5 हॉर्स पावर का पंप लगा था उसे निकाल कर उसकी जगह 3 हॉर्स पॉवर का पंप लगा दिया गया है। इसी वजह से आवास पारा में पानी नहीं पहुंच पा रहा है और ग्रामीणों को पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरपंच सचिव ध्यान नहीं दे रहे हैं।