आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ ने परियोजना अधिकारी व सुपर वाईजर के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन 

0
1051
  • रुक्मणी सज्जन को झूठे केस में फंसानें का आरोप

जगदलपुर बास्तानार ब्लाक के पुसेम आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ रुक्मणी सज्जन के पक्ष में सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धरना देकर कलेक्टर बस्तर विजय दयाराम को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें बास्तानार की परियोजना अधिकारी उर्मिला ख्रोबागढ़े और सुपरवाइजर बुदरी नाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष प्रेमवती नाग के नेतृत्व में 5 तारीख को जिला मुख्यालय जगदलपुर में जिला स्तरीय बैठक रखा गया था जिसमें कुछ अधिकारी सुपरवाइजर की शिकायत लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें जिले के समस्त कार्यकर्ता सहायिका उपस्थित रहे हैं।जगदलपुर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रूक्मणी सज्जान जोकि बस्तानार विकासखंड के पुसेम सेंटर में पदस्थ है ,उसको जबरन झूठे आरोप में फंसाया गया और पद से पृथक कर दिया गया किंतु जो जांच रिपोर्ट सामने आई उसमें सज्जन बेदाग साबित हुई। इसको नौकरी में बहाल करने का आदेश दिया गया है किंतु परियोजना अधिकारी व सुपर वाईजर द्वारा बहाल नहीं किया जा रहा है।मंडी प्रांगण में सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने परियोजना अधिकारी श्रीमती खोबरागड़े के खिलाफ धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जिसमें अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी चेतावनी दी गई है।

अन्य परियोजनाओं की भी खोली पोल

बस्तर जिले के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं में भ्रष्टाचार पर नामजद आरोप लगाया है। जिला अध्यक्ष प्रेमवती नाग लिखती हैं कि उर्मिला खोब्रागड़े परियोजना बास्तनार लगातार 20 वर्षों से एवं अर्चना सेम्संग परियोजना अधिकारी जगदलपुर शहरी क्षेत्र में तथा सुपरवाईजर सुनीता रामटेके, इच्छापुर सेक्टर में 15 वर्षों से, नीता पांडे मूली सेक्टर में 10 वर्षों से, जम्बू सेठिया बजावण्ड सेक्टर में 10 वर्षों से, रिंकु पाण्डे माड़पाल सेक्टर में 10 वर्षों से, रेखा नाग आड़ावाल सेक्टर में 20 वर्षों से, बुदरी नाग बास्तनार सेक्टर में 10 वर्षों से पदस्थ हैं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं का आर्थिक शोषण व मानसिक शोषण कर रहें हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की हड़ताल अवधि का मानदेय तक प्रदाय नहीं किये हैं साथ ही बच्चों को दिए जाने वाले गर्म भोजन हेतु प्राप्त राशि तथा सुपोषित अभियान के अंतर्गत आने वाले सामग्री एवं राशियों में घोर भ्रष्टाचार कर उसमें हेरा-फेरी कर राशि गबन कर लिए हैं। ईंधन एवं स्टेशनरी के नाम पर निकाले जाने वाले फ्लैक्सी फण्ड की राशि को परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाईजारों के द्वारा गबन कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दी जाती है। उपरोक्त परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाईजारों के विरुद्ध संघ द्वारा कई बार शिकायतों एवं आन्दोलनों एवं न्यूज समाचारों के माध्यम से इनके भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास किया जाता रहा है किन्तु इनके भ्रष्टाचार की सीमा इस हद तक पहुंच गयी है कि इनके विरुद्ध शिकायत करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी देकर सुपरवाईजर बस्तर ब्लॉक इच्छापुर सेक्टर सुनीता रामटेके द्वारा कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को डरा-धमकाकर मार-पीट जैसे कृ त्य करने से भी नहीं डरते है।परियोजना अधिकारी बास्तानार उर्मिला खोब्रागड़े एवं सुपरवाईजर बास्तानार बुदरी नाग द्वारा विरोध किये जाने के परिणाम स्वरूप रूकमणी सज्जन (प्रदेश अध्यक्ष) को कार्य से पृथक कर उसके विरुद्ध गलत प्रकरण तैयार कर झूठा फंसाया गया।

महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच करते हुए उपरोक्तानुसार परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजरों के विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करने का कष्ट करें जिससे इनके द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार एवं शोषण रोक लगाया जा सके यदि इन पर कार्रवाई नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।