गोवंश के संवर्धन से ही होगा छत्तीसगढ़ राज्य गठन का उद्देश्य पूरा
श्री पाटेश्वर धाम के द्वारा लगातार छह माह से अधिक समय से चल रहे ऑनलाइन सत्संग परिचर्चा में संत श्री राम बालक दास जी ने आज यह उद्गार छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस के अवसर पर कहे ज्ञात हो कि समसामयिक विषय एवं धार्मिक आध्यात्मिक चर्चा के लिए प्रसिद्ध ऑनलाइन सत्संग पाटेश्वर धाम से प्रतिदिन सुबह 10:00 से 11:00 बजे एवं दोपहर 1:00

से 2:00 बजे विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर आयोजित होता है जिसमें छत्तीसगढ़ के प्रखर प्रवक्ता क्रांतिकारी संत राम बालक दास जी महत्यागी अपने चिर परिचित अंदाज में सभी भक्तों साधकों एवं जिज्ञासुओं का मार्गदर्शन करते हैं आज 1 नवंबर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्य गीत अरपा पैरी के धार जय हो छत्तीसगढ़ मैया के भजन की सुंदर सी प्रस्तुति श्री राम बालक दास जी ने की उनके अलावा पूर्वी साहू रश्मि वर्मा डुबोवती यादव तन्नू साहू रायपुर दाता राम साहू जी पाठक परदेशी बैजलपुर जी पुरुषोत्तम अग्रवाल जी पद्मावती

देवांगन विभिन्न साधक भाई बहनों एवं ननहे मुन्ने बच्चों ने छत्तीसगढ़ी में गीत गाकर अपने राज्य उत्सव को ऑनलाइन सत्संग में भी मनाया संतोष श्रीवास जी पोलमी के द्वारा भी सुंदर विचार रखे गए बहन रिचा के द्वारा मीठा मोती में सुंदर विचार रखे गए जिस पर बाबा जी ने विस्तृत चर्चा भी की आज की परिचर्चा में पंजाब पठानकोट से सतीश महाजन जी नई दिल्ली से आशु मोंगिया जी लखनऊ से शिवा सिंह ठाकुर एवं झारखंड से भी भक्तों का उपस्थिति रहा पूज्य बाबा जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान गोवंश से है छत्तीसगढ़ में जिसके घर में गाय हो उसे ही गोटियां कहा जाता था छत्तीसगढ़ में आज भी गोवंश की बहुत दूर्दशा हो रही है

पिछली सरकार एवं वर्तमान सरकार के द्वारा प्रयास किए जाने के बावजूद एवं पाटेश्वर धाम के संरक्षण में सैकड़ों गौशाला खोले जाने के बावजूद भी आम जनता अपने पुरखौती संस्कार अपने पूर्वजों के बताए मार्ग का अनुसरण नहीं कर रही है और गोवंश का अपमान कर रही है इसका परिणाम बहुत बुरा होगा छत्तीसगढ़ वासियों को अभी भी सावधान हो जाना चाहिए और एक एक गाय पालने का संकल्प लेते हुए गोवंश की रक्षा एवं सुरक्षा करना चाहिए गाय की सेवा एवं संवर्धन सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं इसमें समाज की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है तभी छत्तीसगढ़ राज्य गठन का हमारे पुरखों का सपना पूरा होगा और छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहला सकेगा आज फसल की दुर्दशा पर एवं रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग करने पर भी बाबा जी ने चिंता व्यक्त की और सरकार से यह अपील भी की समय

अनुसार किसानों का धान खरीदकर उन्हें उचित मूल्य प्रदान किया जाए एवं रासायनिक खादों का उपयोग कम करके गौ माता के गोबर खाद का उपयोग ही अत्यधिक मात्रा में करवा कर छत्तीसगढ़ की सस्य श्यामला धरती को पुनः उसके प्राचीन रूप में स्थापित किया जाए इस तरह आज की सत्संग परिचर्चा संपन्न हुई जय सियाराम जय गोमाता जय गोपाल पाटेश्वर धाम के ऑनलाइन सत्संग से जुड़ने के लिए 94255 10729 नंबर पर व्हाट्सएप करें धन्यवाद ||