- घोर नक्सल प्रभावित गांवों के खिलाड़ियों ने भी दिखाया टूर्नामेंट में दम
- रंग ला रही है सुरक्षा बलों और पुलिस की पहल
-अर्जुन झा-
जगदलपुर शौर्य स्मृति कप दंतेवाड़ा 2024 क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन धूमधाम से हुआ। दंतेवाड़ा जिले को नक्सलमुक्त करने के दौरान अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर शहीदों की स्मृति में पुलिस एवं जिला प्रशासन के तत्वावधान में आयोजित शौर्य स्मृति कप क्रिकेट टूर्नामेंट इतिहास रच गया। यह टूर्नामेंट सिर्फ बस्तर संभाग या छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि देश के उन तमाम राज्यों के लिए नजीर बन गया, जो नक्सलवाद और आतंकवाद की चुनौतियों से जूझ रहे हैं। नक्सलवादियों की भड़काऊ और गुमराह करने वाली बातों को सिरे से खारिज करते हुए घोर नक्सल प्रभावित गांवों के युवा क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी इस टूर्नामेंट में हिस्सेदार बनकर साबित कर दिया कि वे भी अपने गांव या इलाके से इतर शेष दुनिया का हिस्सा बनना चाहते हैं, आसमां छूने की ताकत और जज्बा हममें भी है और हम भी पूरी दुनिया को दिखा देना चाहते हैं कि हम बस्तरिहा भी किसी से कम नहीं हैं।
बता दें कि सिविक एक्शन के तहत यह टूर्नामेंट आयोजित किया गया था।आयोजन का मुख्य उद्देश्य दंतेवाड़ा जिले के दूरस्थ अंदरूनी ग्रामों के युवाओं और ग्रामीणों में शासन, प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास का बीजरोपण करना और खेल भावना जगाना तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना था। यह उद्देश्य निसंदेह फलीभूत हुआ है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस टूर्नामेंट में कुल 32 टीमों ने हिस्सा लिया। बड़ी बात तो यह है कि इसमें दंतेवाड़ा जिले के मालेवाही, अरनपुर, मार्जुम, नीलायवा, नहाड़ी, आरबे, तुमनार, तुमरीगुंडा, एयरपुंड पूरनतराई, पोंदुम जैसे सुदूर एवं अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित गांवों के खिलाड़ियों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इन खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर साबित कर दिया कि नक्सली उनकी राह में कितनी भी रुकावट डालें हम आसमां छूकर ही दम लेंगे। टूर्नामेंट के दौरान विभिन्न जागरूकता अभियान भी चलाए गए। इसके तहत नक्सल समर्पण नीति व लोन वर्राटू अभियान के तहत समर्पण करने पर मिलने वाली सुविधाओं, नियद नेल्लनार के तहत ग्रामों में सुविधाओं के विस्तार, साइबर जागरूकता, यातायात नियमों की जानकारी, अभिव्यक्ति ऐप, नवीन कानून की जानकारी साझा की गई।
गीदम ने जीता टूर्नामेंट
टूर्नामेंट का फाइनल मैच गीदम और डीआरजी के मध्य खेला गया। डीआरजी ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और निर्धारित 12 ओवर में 8 विकेट खोकर 64 रन बनाए, और गीदम की टीम को 65 रनो का लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी गीदम की टीम को शुरुआती झटके लगे पर उसके बाद गीदम के बल्लेबाज देवेंद्र कश्यप एवं आशीष मंडावी ने पारी को संभाल लिया और वे अपनी टीम को जीत की ओर ले गए। इस रोमांचक मुकाबले को गीदम की टीम ने 1 बॉल शेष रहते 6 विकेट से अपने नाम कर लिया।
पहला पुरस्कार था 2 लाख
बता दें कि इस टूर्नामेंट में प्रथम पुरस्कार 2 लाख रुपए व कप एवं द्वितीय पुरस्कार 1 लाख रुपए व कप था। साथ ही बेस्ट बैट्समैन, बेस्ट बॉलर, मैन ऑफ द सीरीज को ट्रॉफी और मॉडर्न साइकिल दी गई। फाइनल मैच के मैन ऑफ द मैच का खिताब गीदम के अनिल को दिया गया। अनिल ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 ओवर में 19 रन देकर 3 विकेट झटके थे। टूर्नामेंट के बेस्ट बैट्समैन किरंदुल के गौरव चौहान रहे। वहीं बेस्ट बॉलर का खिताब डीआरजी के लोकेश ठाकुर ने अपने नाम किया। पूरे टूर्नामेंट के मैन ऑफ द सीरीज का खिताब पुलिस लाइन टीम के रवि ठाकुर ने अपने नाम किया, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में हरफनमौला खेल दिखाया।फाइनल मैच से पहले जनप्रतिनिधि इलेवन और जिला प्रशासन एवं पुलिस इलेवन के मध्य सद्भावना मैच खेला गया, जिसमे प्रशासन ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 10 ओवर में 67 रन बनाए। जनप्रतिनिधि इलेवन ने इस मैच को अंतिम ओवर की एक गेंद रहते 2 विकेट से जीता।
मैच का सीधा प्रसारण
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, नंदलाल मुड़ामी प्रदेश महासचिव अनुसूचित जनजाति मोर्चा भाजपा, कमलोचन कश्यप डीआईजी दंतेवाड़ा रेंज, मयंक चतुर्वेदी जिलाधीश दंतेवाड़ा, गौरव राय पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, कुमार बिश्वरंजन सीईओ जिला पंचायत दंतेवाड़ा, स्मृतिक राजनला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं श्रीराम बर्मन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, नसरूल्लाह सिद्दीकी उप पुलिस अधीक्षक, आशीष कुमार नेताम उप पुलिस अधीक्षक, सुशील नौटियाल रक्षित निरीक्षक दंतेवाड़ा एवं जिले के गणमान्य नागरिक एवं खेलप्रेमी उपस्थित थे। इस टूर्नामेंट का सीधा प्रसारण क्रिक हीरोज ऐप एवं यूट्यूब पर किया गया, जिसे 16 हजार से अधिक दर्शकों द्वारा देखा गया।