- सरपंच और सचिव पर ग्रामीणों ने लगाए आर्थिक गड़बड़ी के आरोप
बकावंड जनपद पंचायत बकावंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत छिंदगांव -1 में सांस्कृतिक भवन दो साल बीत जाने के बाद भी अधूरा पड़ा है। सरपंच और पंचायत सचिव की मनमानी एवं भ्रष्टाचार की वजह से शासन के लाखों रुपए यूं ही बर्बाद हो गए हैं। इस रकम से सरपंच व सचिव ने अपनी तिजोरी भर ली है। ग्रामीणों को मनोरंजन का साधन नहीं मिल पा रहा है।छिंदगांव -1 में सांस्कृतिक भवन निर्माण के लिए दो साल पहले 6 लाख 50 हजार रुपए की स्वीकृति मिली थी। सरपंच और सचिव को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। निर्माण कार्य जनपद पंचायत बकावंड के सब इंजीनियर दुष्यंत ठाकुर की देखरेख में पूर्ण कराया जाना था। सांस्कृतिक भवन बनाने के लिए राशि मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत मंजूर हुई है। सरपंच व सचिव ने इस राशि में गड़बड़ी की है। इसी वजह से निर्माण कार्य दो साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। निर्माण स्थल पर जो बोर्ड लगा है।
उसमें मजदूरी दर 190 रु का उल्लेख है, लेकिन किसी भी मजदूर को इस दर पर पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया गया है। वहीं निर्माण कार्य आरंभ होने व पूर्ण होने की तिथि का कोई उल्लेख बोर्ड में नहीं किया गया है। सांस्कृतिक भवन की छत ढलाई हो चुकी है, दरवाजे खिड़कियां भी लग चुकी हैं, लेकिन प्लास्टर और फ्लोरिंग का काम नहीं कराया गया है। निर्माण में घटिया क्वालिटी की सीमेंट, ईंट, बजरी, छड़ों का इस्तेमाल होने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। भवन का काम पूर्ण न हो पाने के कारण गांव के युवा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं तथा गांव में सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों के लिए जगह का अभाव बना हुआ है।ग्रामीणों ने सांस्कृतिक भवन निर्माण में की गई गड़बड़ी की जांच व सरपंच एवं सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वर्सन
होगी मामले की जांच
दो वर्ष बाद भी सांस्कृतिक भवन का निर्माण पूरा नहीं हो पाना दुर्भाग्यजनक है। सचिव और सरपंच महज खानापूर्ति कर रहे हैं। मामले की जांच कराएंगे।
दुष्यंत सिंह ठाकुर
सब इंजीनियर,जनपद पंचायत, बकावंड