जगदलपुर।छत्तीसगढ़ प्रदेश बने 20 वर्ष हो गए और यह पहला मौका है जब कोई जनप्रतिनिधि अतिसंवेदनशील क्षेत्र गुड़िया,चितलगुर व पुलचा जैसे इलाकों के विकास के बारे में सोचा है तथा स्वयं वहां पहुंच कर से 30 किलोमीटर से अधिक विकास कार्यों को प्रारंभ किया।
जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील क्षेत्र चितलगुर ग्राम जोकि नानगुर से 20 किलोमीटर दूर है। वहां पहुंच कर संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन ने तीन महत्वपूर्ण सड़कों का कार्य प्रारंभ किया जोकि अतिसंवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।
इस क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद कोई विधायक हो या जनप्रतिनिधि वहां पहली बार पहुंचा है जिसने ग्रामीणों के साथ घंटों बिताया और उनका हालचाल पूछा तथा हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया। जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में भी अब संसदीय सचिव रेखचंद जैन की पहल पर विकास की बयार बह रही है। 2नवंबर को नेतानार से चितलगुर, गुड़िया से कालागुड़ा व गुड़िया से पुलचा तक सड़क निर्माण कार्यो की सौगात संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर दी जोकि नानगुर से चितलगुर 20 किलोमीटर लागत 896 लाख रुपए, गुड़िया से कालागुड़ा 6.20 किलोमीटर 279 लाख रुपए व गुड़िया से पुलचा 9.20 किलोमीटर 376 लाख रुपए कुल 35 किलोमीटर की लागत से 1553 लाख रुपए की लागत से बनेगा। संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने चितलगुर सरपंच मंगाये नाग,नेतानार सरपंच सुकरानाग, गुमलवाड़ा सरपंच माहंगु राम व अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में श्रीफल फोड़कर कार्य प्रारंभ किया गया है।
संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व संवेदनशील लोक निर्माण विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू की सोच है कि पहुंचविहिन गांवों को पक्के सड़कों से जोड़ा जाए और जनता की हाट-बाजारों तक पहुंच हो सके जिसके फलस्वरूप आरसीपीएल एलडब्लुई -आरआरपी फेस टु योजनांतर्गत पहुंचहीन गांवों को मुख्य धारा से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परिकल्पना को साकार करने संसदीय सचिव व जगदलपूर विधायक रेखचंद जैन ऐसे विधायक हैं जोकि अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में स्वयं जाकर बहुप्रतीक्षित सड़कों के कार्य अपनी उपस्थिति में प्रारंभ करवाते है और ग्रामीणों से संसदीय सचिव रेखचंद जैन परिवारजनों की भांति मिलते हैं । इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष नीलू राम बघेल, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीशान कुरैशी, आईंटी सेल प्रदेश महासचिव योगेश पानीग्राही, लीगल सेल अध्यक्ष अवधेश झा, सुनील दास, राधा माधव, खगपति सेठिया सहिंत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।