- 15 सब स्टेशनों के 46 फीडर्स में आई समस्या
अर्जुन झा
जगदलपुर बस्तर जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था के लिए 33/11 केव्ही के 15 सब स्टेशन हैं। जून 2023 से जून 2024 तक कुल 15 सब स्टेशनों के 46 फीडरों में 550 बार पावर कट की समस्या आई। इस अवधि में कुल 498 घंटे बिजली बाधित रही जिसमें से 261 बार विद्युत व्यावधान पैदा हुआ। यह जानकारी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व जगदलपुर विधायक किरण देव को ऊर्जा विभाग द्वारा लिखित में दी गई है। इस वर्ष विद्युत व्यवस्था में जमकर व्यावधान उत्पन्न हुआ जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी की बड़ी किरकिरी हुई। विद्युत व्यवस्था लड़खड़ाने में प्रमुख रूप से प्राकृतिक आपदा पेड़ों का गिरना, आकाशीय बिजली, तेज बारिश एवं आंधी-तूफान कारण रहे। इस दौरान बिजली 281 घंटे बाधित रही तथा 289 बार विद्युत व्यावधान तकनीकी खराबी जंपर कटने, पिन इंसुलेटर ब्रस्ट होने, डिस्क इंसुलेटर फूटने, डीओ यूनिट फूटने, पेड़ की टहनियां गिरने के कारण हुआ। इन वजहों से 217 घंटे बिजली बाधित रही।
मिली सिर्फ 3 शिकायतें!
विद्युत व्यवस्था लड़खड़ाने के कारण जहां हजारों उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी, तो जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत केवल तीन उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत की। यह दावा विद्युत कंपनी का है। यह किसी के गले नहीं उतर रहा है लेकिन जगदलपुर विधायक किरण देव को जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार बस्तर चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष मनीष शर्मा, कांग्रेस पार्टी के सुशील मौर्य व धरमपुरा क्रं-1 के एस चक्रवर्ती ने शिकायत दर्ज कराई थी। विद्युत वितरण कंपनी के उपभोक्ताओं द्वारा बिजली की अघोषित कटौती संबंधित शिकायतें एवं उनका निराकरण किए जाने का दावा किया गया है।
गलत रीडिंग के 169 मामले
विद्युत वितरण कंपनी ने विधायक को बताया है कि अधिक बिजली बिल आने की शिकायतें एवं प्राप्त शिकायतों पर 169 लोगों की शिकायतों की जांच की गई और उनका निराकरण किया गया। बिजली बिल में गलत रीडिंग, एकमुश्त रीडिंग जैसे मामले सामने आए थे जिसे निराकृत करने की बात विभाग ने स्वयं स्वीकार की है। नेतानार, पंडरीपानी एवं ईतवारी बाजार में नए उपकेंद्र
जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2023-24 में किसी भी नवीन विद्युत उप केंद्र का प्रस्ताव नहीं था, किन्तु पूर्व के वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित 03 नग नवीन विद्युत उप केन्द्र नेतानार, पंडरीपानी एवं ईतवारी बाजार जगदलपुर का कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूर्ण किया गया है। कुम्हारपारा जगदलपुर में 1 तथा 2 उप केन्द्र धुरगुड़ा एवं नियानार में वर्ष 2024-25 के लिए प्रस्तावित हैं। योजना वित्तीय स्वीकृति न मिलने से ठंडे बस्ते में चली गई है।