कुसुमकसा __ झलमला से कुसुमकसा होकर मानपुर की ओर जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 930के तहत सड़क चौड़ीकरण व उन्नयन कार्य में बरती गई अनियमताओ की कलई विगत तीन दिनो से हो रही बारिश ने खोल दी ,कही डामरीकृत सड़को में दरार तो कही सड़क दबने लगी है तो की किसानों के खेतो में बोआई की गई धान की फसल में निर्मित सड़क की मिट्टी,मुरूम बह कर आ रही है ,ग्राम करियाटोला में निर्मित पूल के पास जिस ओर वाल का निर्माण किया गया है उसी और डामरीकृत सड़क में लम्बी दरारें आ गई है तो उक्त सड़क दबने भी लगी है जिसको देखकर दुर्घटना की संभावना को देखते हुए राजहरा पुलिस द्वारा बरसते पानी में बेरीकेट्स लगाया गया किंतु इस और राष्ट्रीय राज मार्ग 930 के अधिकारियों ने और ना ही निर्माण एजेंसी ने सुध ली ,राष्ट्रीय राजमार्ग 930 में आवागमन में हो रही ग्रामीणों की परेशानियों पर शासन प्रशासन की चुप्पी भी चर्चा का विषय बना हुआ है
करियाटोला पूल के पास मुख्य मार्ग से ग्राम करियाटोला आने जाने के लिए बनाई गई एप्रोच डामरीकृत सड़क में दरारे आ गई है तथा सड़क दब गई है व पूल के किनारे डाला गया मिट्टी मुरूम धसने लगी है ,पूल के आगे डामरीकृत सड़क के किनारे की गई सिमेंटीकृत सड़क में लम्बी दरार आ गई है जो निर्माण कार्य के दरम्यान की गई लापरवाही का परिणाम है
उक्त सड़क निर्माण को शासकीय मापदंड के अनुरूप गुणवत्तायुक्त बनवाने के लिए नियुक्त राष्ट्रीय राजमार्ग 930 के अधिकारियों का नियमित निरीक्षण नही करने या निर्माण एजेंसी को खुली छूट दिए जाने के कारण ही गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य होता प्रतीत हो रहा है , करियाटोला के ग्रामीणों ने उक्त सड़क निर्माण के दरम्यान राष्ट्रीय राजमार्ग 930 के अधिकारियों के अनदेखी का आरोप लगाते हुए उन पर कार्यवाही करने की मांग की है