सूर्यदेव’ के संताप से अब नहीं बच पाएंगे बस्तर संभाग के पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी

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  •  बस्तर में सोलर लाइट के घोटाले की जांच करेगी विधानसभा कमेटी
  • योजना में जमकर हुआ है घोटाला

अर्जुन झा-

जगदलपुर सूर्यदेव` के संताप से अब बस्तर संभाग के पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी बिल्कुल नहीं बच पाएंगे। सोलर लाईट लगाने के नाम पर व दीगर कार्यों में 14 वें और 15वें वित्त आयोग के पैसे का जमकर दुरुपयोग बस्तर के त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है। इसकी गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी।

पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने कोंडागांव जिले का मामला उठाया तो मंत्री रामविचार नेताम ने पूरे बस्तर संभाग में सोलर लाइट की जांच की बात कराने कह दी। इसके बाद बस्तर के उन जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया है जो इस गोरखधंधे में संलिप्त हैं। क्योंकि विधान सभा की कमेटी इस मामले की जांच करने वाली है। भले ही अभी कमेटी गठित नहीं हुई है, लेकिन यह मामला आगामी शीतकालीन सत्र तक सामने आ सकता है। भले ही कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र का मामला पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने उठाया, लेकिन ऐसा गड़बड़ झाला जगदलपुर जनपद पंचायत क्षेत्र में हुआ था और तत्कालीन उपाध्यक्ष सुब्रतो विश्वास को अपनी कुर्सी तक गंवानी पड़ी थी। जगदलपुर जनपद पंचायत के विभिन्न गांवों में सोलर लाईट से सड़कों पर उजियारा फैलाने के नाम पर अपने घर को रौशन करने जमकर घोटालेबाजी की गई थी।जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधियों के कारण ग्राम पंचायतों के सरपंचों व सचिवों पर दवाब डाला गया। परीणति यह हुई कि जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सुब्रतो विश्वास ने अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत की, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया और सुब्रतो विश्वास को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा और उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। इस मामले को सत्तारूढ़ दल से जुड़े हुए लोगों का होने के कारण यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

सीईओ पर भी आएगी आंच

बस्तर विधानसभा क्षेत्र के बकावंड जनपद पंचायत क्षेत्र में भी सोलर लाइट घोटाला हुआ है। जनपद क्षेत्र की लंजोड़ा समेत अन्य ग्राम पंचायतों में सोलर लाईट लगाने के नाम पर सरकारी धन की जमकर बंदरबांट हुई है। सूत्र बताते हैं कि जनपद सीईओ की छत्रछाया में जनपद की सत्रह ग्राम पंचायतों के सचिवों ने खूब खेल किया है। लंजोड़ा के मामले की शिकायत विधायक लखेश्वर बघेल से की गई थी, लेकिन यह जानकारी सामने आई है कि बघेल के अभयदान के कारण लंजोड़ा निवासी उस व्यक्ति को संजीवनी मिल गई। किंतु अब जिस प्रकार रामविचार नेताम ने घोषणा की है, उसके बाद फिर जांच की रफ्तार बढ़ेगी। सोलर लाईट के गोरखधंधे में बकावंड जनपद पंचायत सीईओ एसएस मंडावी और करीब 17 पंचायत सचिवों की भी अहम भूमिका है अगर निष्पक्ष जांच हुई तो उसकी आंच से सीईओ और सभी 17 पंचायत सचिव हरगिज बच नहीं पाएंगे।