बस्तर संभाग में चल रहा है बड़ा शराब घोटाला, ऊंची कीमतों पर बेची जा रही है अंग्रेजी शराब

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  • आबकारी अधिकारी के संरक्षण में चल रहा खेल
  • 30 से 100 रु. तक ज्यादा में बेची जा रही है शराब

अर्जुन झा

जगदलपुर जिस आबकारी घोटाले को बड़ा मुद्दा बनाकर भाजपा ने कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता से बेदखल किया है, वैसा ही शराब घोटाला बस्तर संभाग में आबकारी अधिकारी के संरक्षण में खुलेआम चल रहा है। अंग्रेजी शराब अनाप शनाप रेट में बेची जा रही है।170 रुपए के पौव्वे की कीमत 200 रुपए और 520 रुपए की बोतल की कीमत 600 रुपए वसूली जा रही है। ग्राहकों को 30 रुपए से लेकर 100 रुपए तक का चूना खुलेआम लगाया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में बीजेपी जिन मुद्दों की उंगली पकड़कर सत्ता में काबिज हुई है, उनमें आबकारी घोटाला, पीएससी भर्ती घोटाला और गोठान घोटाला प्रमुख हैं। अब सत्ता में आने के बाद भाजपा भी उसी राह पर चलती नजर आ रही है। बस्तर संभाग इस रेस में सबसे आगे है। यहां जिला आबकारी अधिकारी के संरंक्षण में जमकर ओवर रेटिंग का खेल चल रहा है।हाल ही में मामला जगदलपुर के चांदनी चौक स्थित विदेशी शराब दुकान का सामने आया है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में 170 रुपये कीमत की फ्रंट लाइन शराब को 200 रुपये में बेचे जाने की बात सबूत के साथ सामने लाई गई है। जगलदपुर में रक्षक कंपनी शराब ठेके चला रही है, जिसकी मनमानी खुलकर सामने आने लगी है। रक्षक कंपनी के इशारे पर यहां सेल्समेन बोतलों के लेबल पर अंकित एमआरपी को स्क्रैच कर ग्राहकों की आंखों में धूल झोक रहे हैं। और मनमानी कीमत वसूलने का काम कर रहे हैं। बस्तर संभाग में मात्र जगदलपुर के चांदनी चौक स्थित मदिरा दुकान में ओवर रेट का खेल नहीं खेला जा रहा है, बल्कि बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर में भी जमकर ओवर रेट का खेल खेला जा रहा है। यहां से भी इस तरह की खबरें सामने आने लगी है। आपको बता दें कि यहां गोवा व्हीस्की की बोतल की एमआरपी 520 रुपए है जिसे का 600 में बेचा जा रहा है। फ्रंट लाइन क्लासिक बोतल 680 रुपये एमआरपी की और 750 रुपए में बेची जा रही है। वहीं 170 ररुपए वाले क्वाटर को की कीमत 200 रुपए वसूली जा रही है। इतना ही नहीं 340 रुपए एमआरपी वाली पार्टी स्पेशल डिलक्स की अद्धी 400 रुपए में बेची जा रही है। बस्तर संभाग की शराब दुकानों में उपरोक्त ब्रांड की शराब को 30 रुपये से लेकर 100 रुपए तक अधिक वसूल कर बेची जा रही है। कंपनी की मनमानी और अधिकारियों की दबंगई से बस्तर संभाग के मदिरा प्रेमी सरेआम लूटे जा रहे हैं।