बस्तर के 42 पर्यटन स्थलों को चार रंगों में समेटा कलेक्टर ने विजय दयाराम के. ने

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  • उप मुख्यमंत्री ने ’’द बस्तर मड़ई’’ का लोगो और थीम म्यूजिक का किया विमोचन
    जगदलपुर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा अपने बस्तर प्रवास के दौरान जिला प्रशासन द्वारा बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु तैयार की गई ’’द बस्तर मड़ई’’ के लोगो, बस्तर टूरिस्ट सर्किट मैप और थीम म्यूजिक का विमोचन किया।
    सर्किट हाउस में कलेक्टर विजय दयाराम के. ने उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा को बताया कि लगभग 75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा के दौरान विभिन्न पूजा विधान के अंतराल को देखते हुए दशहरा के साथ- साथ बस्तर के प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के स्थलों, एडवेंचरस स्पॉट एवं सांस्कृतिक स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराने के लिए प्रशासन द्वारा ’’द बस्तर मड़ई’’ का कॉन्सेप्ट तैयार किया गया है। इससे बस्तर में पर्यटकों को अन्य स्थलों पर घूमने का अवसर मिल सके। उन्होंने बताया कि द बस्तर मड़ई में नीले रंग में बस्तर के जल से संबंधित पर्यटन स्थल, हरे रंग में जंगल से संबंधित स्थल, भूरे रंग में गुफा और पुरातव स्थल, पीले रंग में आदिवासी संस्कृति, बस्तर के हाट-बाजार और लाल रंग में बस्तर दशहरा को प्रदर्शित किया गया है।

बस्तर टूरिस्ट सर्किट मैप में चार रंगों में 42 पर्यटन स्थलों की जानकारी तथा स्थल की संक्षिप्त विवरण के साथ रूट की जानकारी और बस्तर जिला में पहुंचने के लिए रेल, सड़क, वायुमार्ग की जानकारी दी गई है। पहले बस्तर के प्रसिद्ध दशहरा, चित्रकोट जलप्रपात, तीरथगढ़ जलप्रपात, कुटूमसर गुफा को देखने आते थे। बस्तर के इन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के साथ ही बस्तर में विद्यमान अन्य पर्यटन स्थलों की खूबसूरती को भी दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इस कार्ययोजना में काम करने वाले युवाओं से भी मुलाकात की और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बस्तर को पर्यटन क्षेत्र में विशेष स्थान दिलाने के लिए आमूलचूल बदलाव लाएंगे। बस्तर मड़ई विमोचन के अवसर पर बस्तर सांसद महेश कश्यप, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी  सुंदरराज पी, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

क्यों खास है द बस्तर मड़ई
मड़ई में बस्तर की परंपरा और संस्कृति को एक आधुनिक समागम के साथ अनुभव किया जा सकता है। इसमें विविध सांस्कृतिक आयाम, सामुदायिक सहभागिता और बस्तर की धरोहर क्षेत्र को पर्यटकों के मन में जीवंत दृश्य स्थापना की कोशिश है। बस्तर अंचल की नैसर्गिक सौंदर्य, समृद्ध संस्कृति, प्रचुर खनिज एवं वनोपज संपदा के साथ ही ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व एवं पुरातात्विक महत्व के स्थलों को वैश्विक पटल पर प्रदर्शित करने सहित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के दौरान पर्यटकों को बस्तर को करीब से देखने-समझने एवं बूझने का अवसर प्रदान करने हेतु बस्तर मड़ई कॉन्सेप्ट तैयार किया गया है।