ड्राइवर ने शराब लाने से इंकार किया, तो साहब ने थमा दिया नोटिस, वाहन चालक ने लगाई गुहार

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  •  सरकारी खर्चे पर बच्चों को स्कूल छोड़ने और घुमाने का दबाव
  • घर का निजी काम भी करवाता है डीपीएम 

अर्जुन झा

जगदलपुर बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले से एक अफसर से जुड़ी हैरान करने वाली खबर सामने आई है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में एक बोलेरो वाहन चालक ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) पर शोषण का आरोप लगाया है। उसने अपने साथ हो रहे अत्याचारों की शिकायत की है। और न्याय की गुहार लगाई है।

वाहन चालक कैलाश ठाकुर ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव बघेल पर शराब मंगवाने और अपने घर के निजी कार्य करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।कैलाश ने कहा कि अधिकारी उसे न केवल सरकारी कार्यों के लिए बल्कि अपने निजी कार्यों के लिए भी परेशान करते हैं। उन्होंने बताया कि रोजाना सुबह 8.30 बजे बुलाकर बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा कार्यालय बंद होने के बाद भी उसे देर रात तक रोके रखा जाता है। साप्ताहिक व अन्य अवकाश के दिनों में भी उसे बच्चों को सैर कराने और बाजार में मैम साहब को शॉपिंग के लिए ले जाने के वास्ते बुलाया जाता है। कैलाश का आरोप है कि पिछले 8 माह से यह सिलसिला लगातार चल रहा है। लेकिन उसकी आवाज अनसुनी कर दी गई है। कार्रवाई नहीं होने से डीपीएम ड्राइवर को और ज्यादा प्रताड़ित कर रहे हैं। ड्राइवर कैलाश सबसे गंभीर आरोप यह है कि जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव बघेल उसे प्रतिदिन शराब लाने के लिए भेजते हैं। कैलाश ने बताया कि वह खुद शराब नहीं पीता और डीपीएम द्वारा बार-बार शराब मंगवाने से उसे झिझक महसूस होती है। जब वह इस काम से इंकार करता है, तो उसे धमकी दी जाती है कि उसका वाहन कार्यालय से निकाल दिया जाएगा और नोटिस देकर परेशान किया जाता है। कैलाश ने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती है और उसकी हालत को देखते हुए वह जल्दी घर जाना चाहता है, लेकिन डीपीएम उसे देर रात तक रोके रखते हैं। इन हालातों से परेशान होकर उसने 11 बिंदुओं पर आधारित लिखित शिकायत पत्र मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिया है। इसकी प्रति नारायणपुर कलेक्टर को भी सौंपी गई है।

हटाए गए थे धमतरी से

छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों से डीपीएम की मनमानी और भ्रष्टाचार की खबरों के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से शराब लाने ले जाने और घरेलू नौकरों की तरह कर्मचारियों का शोषण करने के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं। यही कारण है कि डीपीएम सरकारी गाड़ी और ड्राइवर का इस्तेमाल अपने बच्चों को स्कूल लाने ले जाने से लेकर बाजार घुमाने और शॉपिंग के लिए कर रहे हैं। डीपीएम राजीव बघेल इससे पहले धमतरी में पदस्थ थे। वहां के तत्कालीन कलेक्टर पीएस एल्मा ने डीपीएम की ऎसी हरकतों के कारण राज्य कार्यालय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को उसका दूसरे जिले में तबादला करने के लिए पत्राचार किया था।

वर्सन

सारे आरोप निराधार

मुझ पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। ड्राइवर कैलाश कई बार सरकारी कार्य में अनुपस्थित रहता है और फोन करने पर वह फोन भी नहीं उठाता। कैलाश को रात में सिर्फ आपातकालीन स्थिति में बुलाया गया है।

राजीव बघेल,

    डीपीएम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, नारायणपुर 

 

वर्सन

कराएंगे जांच

मुझे अभी ड्राइवर कैलाश का शिकायत पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलते ही जांच कराएंगे और आरोप सही निकले, तो कार्रवाई जरूर होगी।

डॉ. एसएस राज 

           सीएमएचओ, नारायणपुर