अबूझमाड़ में मारे गए नक्सलियों की हुई शिनाख्त

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  • कुल 21 लाख का ईनाम घोषित था नक्सलियों पर 

जगदलपुर बस्तर संभाग के अबूझमाड़ क्षेत्र की मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान हो गई है। इनमें दो महिला और तीन पुरुष नक्सली शामिल है तथा इन सभी पर कुल 21 लाख का ईनाम घोषित था।

मारे गए नक्सलियों में पीपीसीएम पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के सदस्य देवसिंह, दिनेश, सुमती उर्फ कमला उर्फ कविता, सुकमती एवं गट्टाकाल मिलिशिया कमांडर महेश उर्फ लच्छू पुंगाटी शामिल हैं।

मुठभेड़ स्थल से 1 नग एके-47, 2 नग एसएलआर, 1 नग 8 एमएम रायफल, 1 नग 12 बोर रायफल सहित भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए गए हैं। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी एवं पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने बताया कि दंतेवाड़ा, नारायणपुर सीमावर्ती क्षेत्र जंगल पहाड़ी में प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई (एम) के सदस्य, माड़ डिवीजन कमेटी, पीएलजीए प्लाटून नम्बर 32 एवं इंद्रावती एरिया कमेटी इत्यादि के शीर्ष नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान के लिए संयुक्त टीम रवाना हुई थी। अभियान में जिला दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव की डीआरजी एवं एसटीएफ के जवान शामिल थे। उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप ने बताया कि अभियान के दौरान 4 जनवरी को दोपहर 3.30 बजे ग्राम गट्टाकाल के जंगल पहाड़ में पुलिस पार्टी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो देर रात तक लगातार चलती रही। फायरिंग बंद होने पर टीम द्वारा सर्च करने पर 2 महिला एवं 3 पुरूष माओवादियों सहित कुल 5 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद हुए। मारे गए माओवादियों में देवसिंह पीपीसीएम, पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के सदस्य दिनेश, सुमती उर्फ कमला उर्फ कविता, सुकमती पर 5-5 लाख एवं महेश उर्फ लच्छू पुंगाटी गट्टाकाल मिलिशिया कमांडर पर एक लाख का ईनाम था। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने कहा कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा जुड़ जाएं अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें।