किरंदुल नगर पालिका अध्यक्ष की दौड़ में तीन निर्दलीय भी

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  •  चुनावी समर में ताल ठोंक रही हैं पांच वीरांगनाएं

जगदलपुर बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले की नगर पालिका परिषद किरंदुल में सभी उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार जोरों पर है। पूरा नगर बैनर पोस्टर से अटा पड़ा है। यहां तीन राजनीतिक पार्टियों के अलावा तीन निर्दलीय प्रत्याशी भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। सभी उम्मीदवार मतदाताओं को लुभाने के लिए वादों का पिटारा लिए हुए जनसंपर्क कर रहे हैं। कोई संकल्प पत्र के नाम पर तो कोई घोषणा पत्र का पर्चा लिए हुए घर-घर जाकर मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है।

किरंदुल नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व पालिका अध्यक्ष मृणाल राय की धर्मपत्नी राजेंद्र मृणाल राय को उम्मीदवार बनाया है। राजेंद्र मृणाल राय ने बीते कार्यकाल में पार्षद रहते हुए वार्ड के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भाजपा ने पूर्व पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह की धर्मपत्नी रूबी सिंह को अध्यक्ष पद हेतु उम्मीदवार बनाया है। नगर में रूबी के पति शैलेंद्र सिंह का काफी नाम है। शैलेंद्र निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर जीत हासिल कर चुके हैं। कुछ अरसे पहले इन्होंने भाजपा में प्रवेश किया है। सीपीआई ने इस बार अध्यक्ष पद हेतु एनएमडीसी परियोजना में कार्यरत कर्मचारी जीआर राणा की धर्मपत्नी निर्मला राणा पर को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। निर्मला राणा पूर्व में भाकपा की ओर से पार्षद रह चुकी हैं। अध्यक्ष पद की दौड़ में टिकट बंटवारे से नाराज भाजपा नेत्री मीरा तिवारी भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमा रही हैं। किरंदुल नगर में पिछले 30 वर्षों से भाजपा के लिए सक्रिय रूप से काम करने का अनुभव इन्हें प्राप्त है। इन 30 वर्षों में भाजपा की कई पदों को सुशोभित कर चुकी है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लक्ष्मी देवी भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रही हैं। लक्ष्मी देवी नगर में एक समाजसेवी के रूप में काम करती हैं।

दंतेवाड़ा की सबसे अमीर नपा

दंतेवाड़ा जिले की सबसे अमीर नगर पालिका परिषद किरंदुल में कब्जा जमाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी अपने वादों का पिटारा लिए गली-गली घूम कर प्रचार करते हुए अपने पक्ष में वोट देने की अपील कर रही हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। जनता किसके वादों पर भरोसा करती है और 11 फरवरी को जीत का सेहरा किसके सर पहनाती है।