तेरी मिट्टी में मिल जावां, मैं गुल बनके खिल जावां

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  • मुठभेड़ में शहीद जवानों को दी गई अंतिम सलामी 
  • मारे गए 31 नक्सलियों में से 5 की हुई शिनाख्त 
  • डीजीपी अरुण देव गौतम, एडीजीपी विवेकानंद सिन्हा, ने दी श्रद्धांजलि

अर्जुन झा

जगदलपुर फिल्म केशरी की कहानी और जवानों के देशप्रेम से ओतप्रोत गीत “तेरी मिट्टी में मिल जावां, मैं गुल बनके खिल जावां” आज बस्तर संभाग के बीजापुर जिला मुख्यालय में चरितार्थ होता नजर आया। नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए दो जवानों को आखिरी सलामी देते समय सबकी आंखों से आंसुओं का समंदर छलक पड़ा, मगर पुलिस और अन्य फोर्सेस के जवान अपने साथियों के बलिदान से प्रेरित होकर अपनी मिट्टी, अपने वतन की हिफाजत के लिए और भी दृढ़ संकल्पित नजर आ रहे थे।

बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में मारे गए 11 महिलाओं सहित कुल 31 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इनमें से पांच नक्सलियों की शिनाख्त हो गई है। मुठभेड़ में डीआरजी बीजापुर के प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव एवं एसटीएफ के आरक्षक बासित रावटे बहादुरी के साथ लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर जिला मुख्यालय बीजापुर लाया गया। शहीद जवानों को नई पुलिस लाईन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजली दी गई। घटना में घायल दो जवानों को भारतीय वायु सेना द्वारा एयरलिफ्ट किया गया। घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर है। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि नेशनल पार्क एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर नक्सल विरोधी सर्च अभियान में बीजापुर डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, एसटीएफ की टीम नेशनल पार्क एरिया के लिए रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 9 फरवरी की सुबह लगभग 8 बजे थाना मद्देड व फरसेगढ़ बॉर्डर के बीच जंगल पहाड़ में डीआरजी, एसटीएफ एवं बस्तर फाईटर की संयुक्त पार्टी एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। जो शाम 3-4 बजे तक रूक-रूक कर चलती रही। मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर वर्दीधारी 11 महिला एवं 20 पुरूष कुल 31 हार्डकोर वर्दीधारी नक्सलियों के शव हथियार सामग्री सहित बरामद हुए। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में एके 47, एसएलआर, इंसास राइफल, 303, नक्सलियों द्वारा निर्मित रॉकेट लांचर, बीजीएल लांचर, हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए। मुठभेड़ में मारे गये 5 नक्सलियों की शिनाख्त हुई है। शेष मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है।

मुठभेड़ में शहीद डीआरजी के प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव निवासी बालौदाबाजार एवं एसटीएफ आरक्षक बासित रावटे निवासी फागुनदाह, थाना डौडी लोहारा जिला बालोद के पार्थिव शरीर जिला मुख्यालय बीजापुर लाए गए। शहीद जवानों को पूर्वान्ह 11 बजे नई पुलिस लाईन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई। मुठभेड़ में घायल डीआरजी आरक्षक जग्गू कलमू एवं एसटीएफ आरक्षक गुलाब मंडावी को भारतीय वायुसेना द्वारा एयरलिफ्ट किया गया है। दोनों घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर है। मुठभेड़ में और भी कई नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना को देखते हुए आसपास के क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है। री इनफ़ोर्समेंट के लिए डीआरजी एसटीएफ, बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ का अतिरिक्त बल भेजा गया है।

संकल्प होगा मजबूत: आईजी

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने पत्रकारों को बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुए वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई नक्सल संगठन के विरूद्ध अभियान संचालित किए जाने के परिणाम स्वरूप विगत 40 दिनों में कुल 65 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। सरकार की मंशा और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ, बीएसएफ आईटीबीपी, सीएएफ, बस्तर फाइटर्स एवं अन्य सुरक्षा बलों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। शहीद जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा l मुठभेड़ में मारे गए 5 नक्सलियों की शिनाख्त हुई है। शेष मारे गये नक्सलियों की शिनाख्ती की कार्यवाही जारी है।

5 नक्सलियों की शिनाख्त

जिन नक्सलियों की शिनाख्त हुई है उनमें हुंगा कर्मा डीव्हीसीएम वेस्ट बस्तर डिवीजन ईनामी 8 लाख, मंगू हेमला निवासी सावनार, थाना गंगालूर, पीपीसीएम प्लाटून नम्बर 11 कमांडर, ईनामी 5 लाख ईनाम ,सुभाष ओयाम, एसीएम, नेशनल पार्क एरिया कमेटी, ईनामी 5 लाख, सन्नू एसीएम, गंगालूर एरिया कमेटी, ईनामी 5 लाख, रमेश नेशनल पार्क एरिया, पार्टी सदस्य, ईनामी 2 लाख शामिल हैं।

बरामद हथियार और सामाग्री

बरामद हथियार एवं अन्य सामग्री में एके 47 रायफल 1 नग, 3 मैगजीन, 56 नग कारतूस, एसएलआर रायफल 1 नग, 2 मैगजीन, 6 नग कारतूस, 1 नग इंसास रायफल, 1 नग मैगजीन, 1 नग 303 रायफल, 1 मैगजीन, 2 नग कारतूस, 1 नग 315 बोर रायफल, 30 नग कारतूस, 12 बोर गन 8 नग, 1 नग बीजीएल रॉकेट लांचर बड़ा मय स्टैंड, 4 नग बीजीएल सेल, 6 नग बीजीएल लांचर, 14 नग सेल, 4 नग मजल लोडिंग राइफल, आईईडी 9 नग, लेजर प्रिंटर, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सली वर्दी, साहित्य, दवाईयां एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई हैं।

40 दिन में 56 ढेर

उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के परिणाम स्वरूप बीजापुर जिले में विगत 40 दिनों में कुल 56 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। नक्सलियों की तमाम साजिशों एवं कायराना हरकतों के बावजूद सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ जितेंद्र कुमार यादव ने मुठभेड़ के सबंध में जानकारी देते हुए बताया कि फरसेगढ़-मद्देड एरिया में नेशनल पार्क एरिया कमेटी के जंगल में टीएससी एसजेडसीएम बंडी प्रकाश, भास्कर व मद्देड़ नेशनल पार्क एरिया कमेटी के एससीमए बुचन्ना, एसीएम कृष्णा, एसीएम अजीत के साथ 40-45 सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी बीजापुर एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम नक्सलियों के विरूद्ध अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान 11 महिलाओं सहित 31 वर्दीधारी नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिरया। मौके पर खून के धब्बे एवं घसिटने के निशान से कई और नक्सलियों के मारे जाने एवं घायल होने की संभावना है। मौके से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक एंव सामग्री बरामद किया गई है।

हिंसा छोड़ने के सिवा कोई रास्ता नहीं

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा है कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई नक्सलियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। इसलिए नक्सली संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुडे़ अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें।