- किरण ने जीत में तोड़ा अपने चाचा का रिकॉर्ड
- किरण को 378 मतों से मिली ऐतिहासिक जीत
जगदलपुर राजनीति में युवाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। इसका ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत दुबे उमरगांव में देखने को मिला। यहां 22 वर्षीय कुमारी किरण मौर्य ने सरपंच पद पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 378 मतों के बड़े अंतर से विजय हासिल की है।
वहीं पिछले सरपंच चुनाव में किरण के चाचा राम्या राम मौर्य ने 321 वोट से जीत दर्ज की थी। अपने चाचा रिकार्ड तोड़ते हुए किरण ने त्रिकोणीय
मुकाबले में बड़ी जीत दर्ज कराई है। किरण के सरपंच चुने जाने से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। किरण मौर्य पूर्व सरपंच एवं सरपंच संघ अध्यक्ष राम्या राम मौर्य की भतीजी हैं। इससे पहले राम्या राम मौर्य इसी ग्राम पंचायत के सरपंच रह चुके हैं। अब उसी परिवार से किरण मौर्य ने यह उपलब्धि हासिल की है। यह पहली बार है कि एक ही परिवार से लगातार दूसरी बार सरपंच चुना गया है।
सबसे कम उम्र वाली सरपंच
किरण मौर्य न केवल अपने गांव की, बल्कि पूरे ब्लॉक की सबसे युवा सरपंच बनी हैं। 22 वर्ष की उम्र में इस उपलब्धि को प्राप्त करना राजनीति में युवाओं की बढ़ती रुचि और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। किरण मौर्य की जीत के बाद पूरे गांव में जश्न का माहौल है। उनके परिवार और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। ग्रामवासियों ने उन्हें बधाई दी और उनके नेतृत्व में गांव के विकास की उम्मीद जताई। यह जीत साबित करती है कि अगर युवा राजनीति में सक्रिय हों और सही नेतृत्व दें, तो वे बदलाव लाने में सक्षम हो सकते हैं।