करपावंड़,बकावंड व नगरनार कोचियों का हॉटस्पॉट, बस्तर के इन इलाकों में धान माफिया सक्रिय, सहकारी केंद्रों की मिलीभगत से चल रहा गोरखधंधा

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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के धान उपार्जन नीति का बेजा फायदा उठाते हुए बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। इस मामले में सहकारी केंद्रों के अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आते रहती है। करपावंड़, बकावंड एवं नगरनार थाना क्षेत्र अंतर्गत बिचौलियों के ज्यादा सक्रिय रहने के कारण यह क्षेत्र हॉटस्पॉट बना हुआ है।


छत्तीसगढ़ सरकार धान उपार्जन समर्थन मूल्य पर करती है और इसके फायदे के लिए किसानों की आड़ पर बड़े-बड़े बिचौलियों द्वारा धान बस्तर के सीमावर्ती उड़ीसा राज्य से बड़ी मात्रा में लाकर धान खपाये जाते हैं।


बस्तर में धान उपार्जन के मात्र छह ही दिन हुए हैं और बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक झा के निर्देश पर बस्तर जिले के करपावंड पुलिस ने 210 अवैध धान जप्त किया है।
राज्य में धान खरीदी के शुरू होते ही बस्तर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा – निर्देश पर अन्य राज्यों से बस्तर पहुंचने वाले वाहनों की लगातार जांच की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक 1109 ट्रक में कुछ लोग ओड़िसा के नवरंगपुर से धान लेकर बस्तर में अवैध रूप से बेचने की नीयत से जा रहे है। पुलिस ने ओड़िसा से आने वाले वाहनों की जांच करना तेज कर दिया। इसी दौरान पुलिस ने एक ट्रक 1109 सीजी 17 एच 0409 को रोककर उसकी तलाशी लेना शुरू किया। तलाशी के दौरान पुलिस ने ट्रक से लगभग 210 बोरा धान बरामद किया। जिसकी कीमत 1 लाख 12 हजार रुपये आंकी गई है। दूसरी तरफ इस घटना के प्रकाश में आने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि बिचौलियों ने नगरनार, बकावंड क्षेत्र के माफियाओं ने भी बड़ी मात्रा में अवैध धान खपाये जाने की तैयारियां पूरी कर दी है और इसके लिए सहकारी समितियों के पूराने मठाधीशों से सांठ-गांठ कर लिया है।