सियासत के फेर में पड़े पीडब्ल्यूडी के अधिकारी, भूमिपूजन से दूर रख रहे हैं कांग्रेसी जिपं सदस्य योगेश बैज को

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  • निर्वाचन क्षेत्र के विभागीय कार्यक्रमों में घोर उपेक्षा 

-अर्जुन झा-

लोहंडीगुड़ा लगता है बस्तर जिले के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी राजनीति के फेर में पड़ गए हैं। जिस क्षेत्र में विभागीय निर्माण कार्यों का लोकार्पण भूमिपूजन होता है, उस क्षेत्र के निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य योगेश बैज को आमंत्रित नहीं किया जाता। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि जिला पंचायत सदस्य योगेश बैज कांग्रेसी हैं। वहीं दूसरे क्षेत्र के भाजपाई जिला व जनपद सदस्यों को न केवल ऐसे कार्यक्रमों में बुलाया जाता है, बल्कि आमंत्रण पत्र में उनके नाम बड़े ही सम्मान के साथ छपवाए भी जाते हैं।

लोक निर्माण विभाग लोहंडीगुड़ा में निर्मित 100 सीटर विद्यालय भवन व बस्तर से तामड़ाघूमर मार्ग कार्य सहित अन्य निर्माण कार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए छपवाए जाने वाले आमंत्रण पत्रों में सिर्फ भाजपा नेताओं के ही नाम अंकित होते हैं। तामड़ाघूमर मार्ग के भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए छपवाए आमंत्रण पत्र में लोहंडीगुड़ा के जिला पंचायत सदस्य योगेश बैज का नाम ही नहीं है। जबकि श्री बैज जहां सड़क निर्माण होना है उसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस आमंत्रण पत्र में दूसरे क्षेत्र से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य का नाम अंकित है। आमंत्रण पत्र में विनीत में कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग अंकित है। इससे जाहिर होता है कि लोक निर्माण विभाग का भजपाईकरण हो गया है या फिर विभाग के अधिकारी आगे चलकर भाजपा में प्रवेश करने वाले हैं। विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार कांग्रेसी जनप्रतिनिधि की ऎसी ही उपेक्षा की जा रही है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। एक चुने हुए जनप्रतिनिधि का नाम न होना दुर्भाग्य का विषय है, आखिरकार जिस क्षेत्र में भूमिपूजन हो रहा है उसी क्षेत्र से जीते हुए जनप्रतिनिधि का नाम न होना विभाग की राजनीति प्रेरित हरकत का परिचायक है। लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारियों को इसका जवाब देना चाहिए। जिला पंचायत सदस्य योगेश बैज ने बताया लगातार भूमिपूजन के कार्यक्रम में उनका नाम काट दिया जाता है। आखिर पीडब्ल्यूडी पर किसका दबाव है? आखिर पीडब्ल्यूडी विभाग इस तरह का कारनामा क्यों रहा है? क्यों एक चुने हुए जनप्रतिनिधि का अपमान किया जा रहा है। क्या पीडब्ल्यूडी पर किसी नेता का दबाव है? यह पीडब्ल्यूडी को स्पष्ट करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए छपवाए गए आमंत्रण पत्र में जिला पंचायत सदस्य का नाम क्यों नहीं लिखा गया इस बात का जवाब पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को देना चाहिए।