इस बैठक में सरगीपाल, बाजावंड, पीठापुर, संह कर्मारी, उलनार, बनियागांव, सौतपुर, कोसमी, मोंगरा पाल, कोरता, छापा पदर, नलपावंड, कोलावल सहित कुल 15 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सभी पंचायतों ने आपसी सहमति से निर्णय लिया कि वे अपनी पंचायतों को ‘आदर्श पंचायत’ के रूप में विकसित करेंगी। इसके लिए यह जरूरी होगा कि ग्रामीण यह महसूस करें कि “यह नाली हमारी है”, “यह जल व्यवस्था हमारी है”, “यह आंगनबाड़ी हमारे बच्चों की है”।प्रतिनिधियों ने कहा कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक पंचायत में जागरूकता कार्यक्रम, ग्राम सभाएं, चौपाल व दीवार लेखन जैसे माध्यमों से लोगों को जोड़ा जाएगा।
यह पहल जनपद पंचायत बकावंड के लिए एक अनुकरणीय कदम है, जिससे विकास कार्यों में पारदर्शिता, सहभागिता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को मजबूती मिलेगी।