धान का उठाव हेतु प्राइवेट ट्रांसपोर्ट को ठेका जनता का लाखो रुपया बर्बादी -नरेंद्र भवानी, ठेका करे रद्द नहीं तो होगा आंदोलन, मिलर्स का पिछले वर्ष का बकाया पैसा दे सरकार

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जगदलपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर जिलाध्यक्ष नरेंद्र भवानी ने कहा कि धान उठाव में प्राइवेट ट्रांसपोर्ट को काम देना मतलब जनता के करोडो रूपए की बर्बादी है। हाल ही में धान उठाने के लिए मिलर्स मना कर दिए या अपने हाथ पीछे करलिए इसका कारण भी सरकार की नाकामी है। अगर पहले ही मिलर्स का बकाया राशि जो लगभग 7 करोड़ है उसका भुगतना किया गया होता तो कार्य शुरू हो जाता, उठाव हेतु परेशानिया भी नहीं होती । सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कहा इतना सोचे अब ऐसे में अगर उठाव प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनी करती है तो डबल काम होगा दो बार धान का उठाव होगा और पैसो की बर्बादी होगी।

श्री भवानी ने कहा कि मार्कफेड के अफसरों ने प्राइवेट ट्रांसपोर्ट को यह काम करने की जिम्मेदारी दी है और पहले चरण में ही 35 लाख भुगतान किया जाएगा और आगे भी काम अनुसार यह राशि दिया जाना सुनिक्षित किया जाएगा जो सही नहीं है यही करोडो रूपए अगर पार्ट पार्ट में मिलर्सो को बकाया राशि वापस देने में खर्च किया जाएगा तो उठाव का उठाव होगा और काम भी एक बार होगा एवं धान केन्द्रो में धान का जमावाड़ा भी कम होना शुरू हो जाएगा ।

साथ ही मिलर्स की भी पीड़ा समझे जिला प्रशाशन धान उठाव के चक्कर में अगर मार्कफेड के अफसर मिलर्सो पे दबाव बनाती है तो उग्र आंदोलन झेलने के लिए भी त्यार रहे ।

जिले के 64 धान खरीदी केंद्र में लगभग 6 लाख क़्वींटल से अधिक धान पड़ा है आलम यह है की 64 में से लगभग 34 धान खरीदी केन्द्रो में धान स्टॉक लिमिट से अधिक है ।इन सब को देख लगता है जिला प्रशाशन की अधूरी तैयारी व बिना योजना बनाये धान खरीदी शुरू किया गया, पहले तो बार दाना की कमी से परेशान हुए किसान, इसके पश्चात धान केन्द्रो के अफसरों की लापरवाही और अब उठाव हेतु जनता का पैसा बर्बाद करने योजना भी सही नहीं है ।