एक साथ दो चांद ले आया चंदू…बस्तर के आदिवासी लाल का कमाल

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(अर्जुन झा)
जगदलपुर। वादा कर लेते हैं और साफ मुकर जाते हैं, वादा किसी से और वफ़ा किसी और से, ये प्यार में क्यों होता है, इन सब बातों को भूलकर एक नया दौर शुरू करने वाले, बस्तर के एक आदिवासी लाल ने प्यार में वफादारी की बेमिसाल नजीर पेश की है। आदिवासी समाज में दो शादियां या दो बीवियां कोई असहज बात नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि देश दुनिया में दो शादियां करने वालों की कोई कमी है लेकिन बस्तर के चंदू ने कुछ ऐसा किया कि उसका ब्याह चर्चा का विषय बन गया। चंदू एक साथ दो चांद अपने घर ले आया।

उसने दो युवतियों से एक ही साथ फेरे लेकर बता दिया कि प्यार किया तो निभाया। प्यार के लिए तो कुछ भी करेगा। चंदू ने हसीना और सुदरी नाम की आदिवासी बालाओं से प्यार किया और दोनों से एक ही साथ ब्याह रचाया। दो अलग अलग जगह की आदिवासी युवतियों ने अपने सच्चे प्यार को सौतन के साथ राजी खुशी स्वीकार किया।

इनके परिवार ने पूरे परंपरागत तरीके से धूमधाम के साथ इस विवाह का आनंद लिया। जिस को भी इस अनोखे विवाह कार्यक्रम की खबर मिली, वह अपने को साक्षी बनने से रोक नहीं पाया। चंदू के घर वालों ने बाकायदा शादी का निमंत्रण पत्र भेज कर अपने नाते रिश्तेदारों, परिचितों को न्यौता भेजा। विवाह की सारी रस्में पूरी की गईं और अपनी दोनों वधुओं के साथ चंदू ने एक साथ फेरे लिए।