आज बीएसपी गेस्ट हाउस में भारतीय मजदूर संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री मोहन मंडावी जी से मुलाकात किया और सबसे पहले उन्हें दल्ली यांत्रिकृत खदान में कार्यरत भारतीय मजदूर संघ के सदस्य स्वर्गीय अतिराम की मृत्यु कार्यस्थल पर दुर्घटना में हो गई थी और लगभग 10 माह बीत जाने के बाद भी बीएसपी प्रबंधन द्वारा उनके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा रही थी।और इसमें लगातार देरी की जा रही थी, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि प्रबंधन द्वारा जानबूझकर देरी किया जा रहा है। अनुकंपा नियुक्ति के लिए भारतीय मजदूर संघ द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था और ईस संदर्भ में
कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री मोहन मंडावी जी से भी मिलकर बीएसपी प्रबंधन द्वारा की जा रही देरी की जानकारी दी थी जिसे सांसद महोदय ने बहुत ही गंभीरता से लिया और तत्काल बीएसपी प्रबंधन के अधिकारियों से बात की और मृतक के परिवार को बिना देर किए अनुकंपा नियुक्ति देने का निर्देश दिया और जिस पर कार्रवाई करते हुए बीएसपी प्रबंधन ने आज मृतक अतिराम के परिजनों को बुलाकर जरूरी कागजी कार्रवाई कर रही है और उसके बाद उसे भिलाई भेजा जायेगा और फिर वहां से मृतक अतिराम के पुत्र को अनुकंपा नियुक्ति दी जावेगी और जिसका नियुक्ति पत्र भिलाई से निकाला जायेगा। ईस पुरी कार्रवाई के लिए जिस तरह सांसद महोदय ने पुरी ईमानदारी और तत्परता से कार्य किया उसके लिए भारतीय मजदूर संघ परिवार ने उनका धन्यवाद अर्पित किया और साथ ही निवेदन किया कि इसी तरह राजहरा खदान में कार्यरत नियमित कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के लिए आपका सहयोग मिलता रहे।
चर्चा में प्रतिनिधि मंडल ने आगे सांसद महोदय को बताया कि दुर्घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर बीएसपी प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। और न ही ठेकेदार के ऊपर किसी तरह की कार्यवाही की गई, जबकि उनकी लापरवाही से एक निर्दोष को अपनी जान गंवानी पड़ी मगर इससे बीएसपी प्रबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ता है,वो तो ईसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को और ठेकेदार को बचाने में लगी है।ऐनवल मेंटेनेंस इलेक्ट्रिकल दल्ली माइंस के ठेके में एक भी कुशल या अर्द्धकुशल श्रमिक को कार्य में नहीं रखा गया है। बहुत गैरजिम्मेदाराना तरीके से सिर्फ मूंदर इलेक्ट्रिकल भिलाई ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए दल्ली यांत्रिकत खदान के इलेक्ट्रिकल मैनैजर ने यह ठेका बनाया और गलत ठेका बनाने के बाद इलेक्ट्रिकल मैनेजर ने एक अकुशल श्रमिक का फर्जी लाईन मेन का गेटपास बनाकर उसे गलत तरीके से विद्युत पोल पर चढ़ा दिया गया जिससे एक गरीब ठेका श्रमिक की पोल से गिरकर मृत्यु हो गई इसके लिए पुरी तरह से इलेक्ट्रिकल मैनेजर और ठेकेदार जिम्मेदार है मगर आज तक ईनके ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही का न होना शंका को जन्म देता है।आज लगभग 10 माह बीत जाने के बाद भी अतिराम के मृत्यु के जिम्मेदार खुलेआम घूम रहे हैं।
ईनके ऊपर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए ठेकेदार और इलेक्ट्रिकल मैनेजर के ऊपर गैर ईरादतन हत्या का मामला पंजीबद्ध होना चाहिए। भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद महोदय से मांग की है कि मृतक अतिराम के मौत जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो आपके नेतृत्व में संघ का एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली जाकर श्रम मंत्री भारत सरकार से मुलाकात कर ईस घटना की पुनः जांच की मांग करेगा और वो जांच केन्द्रीय डी जी एम एस के तीन सदस्यीय समिति का गठन कर किये जाने की मांग करेगा क्योंकि पुर्व में हुई जांच में किसी भी जिम्मेदार के ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है। जबकि ईस घटना में इलेक्ट्रिकल मैनेजर का ईस ठेका कार्य में पुरी तरह से नियंत्रण था दल्ली
यांत्रिकत खदान में सारा कार्य भी ईनके दिशा निर्देशन में होता है।और उसके बाद स्पष्ट रूप से दोषी दिख रहे इलेक्ट्रिकल मैनेजर और ठेकेदार को साफ बरी करना एक बड़ी शंका को जन्म देता है। इसलिए ईस घटना की पुर्न जांच केन्द्रीय कमेटी के द्वारा होनी चाहिए जिससे दोषियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही हो सके और मृतक अतिराम के परिजनों को न्याय मिल सके। प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से मुश्ताक अहमद जिला मंत्री भारतीय मजदूर संघ,एम पी सिंग महामंत्री खदान मजदूर संघ भिलाई, किशोर कुमार मायती अध्यक्ष राजहरा शाखा, सचिव लखन लाल चौधरी और भारतीय मजदूर संघ के सदस्य मोहन कोसमा उपस्थित थे।