राजहरा खदान में चल रहे सुरक्षा गार्डों का मामला थमते नहीं दिख रहा

0
294

भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि
राजहरा खदान में चल रहे सुरक्षा गार्डों का मामला थमते नहीं दिख रहा है आये दिन कुछ ना कुछ समस्या खड़ी हो जाती है भारतीय मजदूर संघ ने प्रबंधन से मांग की थी कि भिलाई से निकलने वाले इस ठेके को राजहरा से निकाला जाए जिससे लगातार हो रही समस्या का भी स्थानीय स्तर पर तत्काल समाधान किया जा सके और राजहरा खदान समूह में कार्यरत सुरक्षा गार्डों को भी माइंस का वेतनमान मिल सके क्योंकि भिलाई से संचालित होने के कारण इस ठेके में बहुत सारी विसंगतियां है जिसके कारण आए दिन कुछ ना कुछ समस्या लगी रहती है। और स्थानीय प्रबंधन सक्षम नहीं होने के कारण निर्णय नहीं ले पाता है जिससे समस्या का समाधान समय पर नहीं हो पाता है। संघ ने प्रबंधन से मांग की थी कि राजहरा खदान समूह में कार्यरत सुरक्षा गार्डों के ठेके को राजहरा प्रबंधन द्वारा ही संचालित किया जावे क्योंकि ठेकेदार भिलाई में होने के कारण यहां के अधिकारियों को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं देता है और जिसके कारण विसंगतियां बढ़ती जा रही है।

This image has an empty alt attribute; its file name is image-21.png

संघ ने मांग की थी कि सुरक्षा गार्डों को पेमेंट स्लिप दिया जावे किंतु अभी तक किसी भी सुरक्षा गार्ड को पेमेंट स्लिप नहीं दिया जा रहा है। संघ की शिकायत है कि गार्डों को लगातार नाइट शिफ्ट ड्यूटी कराया जाता है जो कि बिल्कुल भी गलत है उसके बाद भी स्थानीय प्रबंधन द्वारा सुरक्षा गार्डों से लगातार नाइट शिफ्ट में कार्य लेना बहुत सी शंकाओं को जन्म देता है। संघ को जानकारी मिली है कि इस ठेके में 29 सुरक्षा गार्ड कार्यरत हैं और अगर इसमें प्रबंधन और ठेकेदार को रिलीवर की आवश्यकता तो इसमें सभी यूनियनों से भर्ती की जानी चाहिए थी जो कि इस खदान की परंपरा है। अगर 29 सुरक्षा गार्ड है तो पांच रिलीवर की भर्ती की जानी चाहिए जिसे सभी यूनियन से लेना चाहिए । मगर प्रबंधन के अधिकारियों की मिलीभगत से बिना किसी यूनियन के और नियम विरुद्ध भर्ती की जा रही है और अभी भी सुरक्षा गार्ड की जगह खाली है ‌। उसमें जिसकी भर्ती की जानी है। और बाकी गार्डों की भर्ती कब की जायेगी ये प्रबंधन के अधिकारी ही बता पाएंगे जिनके द्वारा सारा खेल खेला जा रहा है। भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने आगे बताया कि उन्होंने पूर्व में प्रबंधन से शिकायत की थी कि सुरक्षा गार्डों से सुरक्षा के अलावा भी बी.एस.पी प्रबंधन द्वारा कार्य कराए जाते हैं जो कि बिल्कुल ही अनुचित है। आज राजहरा खदान समूह के हर विभाग में पानी पिलाने और फाइल ले जाने के लिए स्टाफ नहीं है प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा सुरक्षा गार्डों से पानी पिलाने चाय पिलाने और फाइल को अन्य विभागों में ले जाने का कार्य किया जाता है जो कि बिल्कुल ही गलत है जिसे तत्काल बंद किया जाना चाहिए। क्योंकि अगर इन सारे कार्यों के बीच अगर किसी विभाग में चोरी हो जाती है या अन्य कोई दुर्घटना घट जाती है तो अधिकारी वर्ग सारा दोष सुरक्षा गार्ड पर मढ देते हैं।इसलिए संघ लगातार मांग करता रहा है जिसकी भर्ती जिस कार्य के लिए हुई है उससे वही कार्य लिया जावे।

This image has an empty alt attribute; its file name is image-1.png

संघ को जानकारी मिली है कि इस ठेके के शर्तों का पालन ठेकेदार द्वारा नहीं किया जा रहा है। आज ठेका समाप्ति की ओर है मगर ठेकेदार द्वारा सुरक्षा गार्डों को अभी तक जूता तक नहीं दिया गया है जो कि काफी शर्मनाक है। सुरक्षा गार्डों को रेनकोट, टॉर्च भी नहीं दिया गया है जबकि यह सब निविदा की शर्तों में है।सुरक्षा गार्ड का लगातार नाइट शिफ्ट लगाया जाता है मगर सुरक्षा के लिए एक टॉर्च तक नहीं दिया जाता है और प्रबंधन के अधिकारी ठेकेदार के साथ मिलकर भर्ती करने में लगे हैं जो कि काफी शर्मनाक है। सुरक्षा गार्डों के लिए जहां कंपनी द्वारा बैठने की व्यवस्था नहीं की गई ,वहां ठेकेदार द्वारा बैठने की व्यवस्था की जानी चाहिए थी किंतु खुलेआम बीएसपी प्रबंधन के निविदा शर्तों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और अधिकारी अपनी मौन सहमति दे रहे हैं जो की चिंता का विषय है। इस ठेके में दीपावली में सुरक्षा गार्डों को बोनस भी नहीं दिया गया है आपरेटिंग आथरेटी से निवेदन है कि ठेके समाप्ति तक सभी सुरक्षा गार्डों की बोनस की राशि अंतिम वेतन के साथ उनके खाते में डलवा दिया जाए। साथ संघ की मांग है कि राजहरा खदान समूह में कार्यरत सभी श्रमिकों का गेट पास अनिवार्य रूप से बनवाया जाए जिससे श्रमिकों को अपना परिचय देने में आसानी हो और ठेकेदार से ठेके के सभी नियम शर्तों का पालन करवाया जाए जिससे कि इसमें पारदर्शिता बनी रहे।