चार गांव में काम करना मजदूर को बना जीव का जंजाल

0
466

चार गांव में काम करना मजदुर को बना जीव का जंजाल
बकावंड ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत चार गांव में सत्र 2018 को हमर जंगल हमर आजिविका के तहत भूमि मरम्मत एवं डबरी निर्माण कार्य कराया गया था काम करना मजदुर को बना जीव का जंजाल l

शासन के द्वारा 99 .07 लाख रुपए का प्रोजेक्ट सुकृति की गई थी लेकिन शासन के द्वारा दी गई पैसों का बंदर घाट किया गया है तकनीकी सुकृति राशि फेंसिंग निर्माण कार्य 14.10 प्रशासकीय स्वीकृति राशि 14.00 कुल जारी राशि 11.05 गेट निर्माण कार्य दो नग तकनीकी सुकृति राशि 0.64 प्रशासकीय स्वीकृति राशि 0.64 कुल जारी राशि 0.52 डबरी निर्माण कार्य 26 नग तकनीकी स्वीकृति राशि 36.66 प्रशासकीय स्वीकृति राशि 36.66 कुल जारी राशि 36.66 पोल निर्माण कार्य 1759 तकनीकी स्वीकृति राशि 7. 78प्रशासकीय स्वीकृति राशि 7 दशमलव 7.70 कुल जारी राशि 7.10 मेढ निर्माण कार्य 33 तकनीकी स्वीकृति राशि 22 .38 प्रशासकीय स्वीकृति राशि 22.38 प्रशासकीय स्वीकृति राशि कुल जारी राशि 22.30 सोलर पम्प ट्यूबवेल 21.36
कृषि भूमि सोलर पम्प 24नग21.36 जिसकी कुल राशि
99॰07 निदान वे लाख शुन्य सात शासन के द्वारा दी गई है इसके बावजूद भी मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है
24 में 5 ट्यूबेल अभी भी साल भर से खराब हो चुकी है उसे कोई देखने वाला नहीं है इस तरह का फेंसिंग निर्माण कार्य इतनी घटिया और सस्ती फेंसिंग। तार का निर्माण कराइ गयी है जो किसान अपने खेती को बचाने के लिए टूटे-फूटे जालियों को सुधार कर लकड़ियों के बल्ली लगाकर अपना खेती बचा रहे हैं
जिस तालाबों का निर्माण करवाया गया है उन तालाबों में गर्मी से पहले ही सूखे पड़े हुए हैं पानी नहीं है !


इस तरह की खबरें प्रकाशित होने के बाद भी न्यूज़ के माध्यम से भुगतान नहींहोना एक सोचने की विषय है घटिया निर्माण कार्य कराने के बाद भी जांच नहीं होना 4 साल से मजदूरी भुगतान नहीं दिया गया है । इस तरह की खबरें प्रकाशित होने के बाद भी अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है
शायद अधिकारियों को इस तरह के ख़बरो केबारे में जानकारी नहीं होगी इस इस तरह के घटिया निर्माण कार्य कराया गया है भुगतान नहीं मिलना शासन के द्वारा दी गई राशियों का बंदर घाट कर l