बजट पर भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्य्क्ष तोमन साहू ने प्रदेश सरकार के बजट को किसानों के लिए निराशाजनक बताते हुए कहा कि किसानों के नाम पर सियासी नौटंकियां करके घड़ियाली आँसू बहाने वाली इस प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कोई राहत और उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाने की किसी महत्वाकांक्षी योजना की चर्चा तक नहीं की है। मुख्यमंत्री जी इसे “हाइट” बढ़ाने वाला बजट बता रहे थे वस्तुतः यह अपराधियों का “हाइट” बढ़ाने वाला, दुष्कर्मियों का हाइट बढ़ाने वाला, शराब के अवैध कारोबार करने वालों का हाइट बढ़ाने वाला बजट है। छतीसगढ़ को अपराधगढ़ बनाने वाला बजट है। श्री साहू ने कहा कि कर्जमाफी और दो साल के बकाया बोनस भुगतान की धोखाधड़ी और वादाखिलाफी से लेकर धान खरीदी और समर्थन मूल्य की अंतर राशि के भुगतान तक किसानों के साथ कदम-कदम पर छल-कपट करने वाली प्रदेश सरकार ने किसानों को ऋणमुक्त जीवन की गारंटी देने के बजाय उन्हें एक बार ब्याजमुक्त ऋण देने का प्रावधान करके किसानों को कर्ज के जंजाल में उलझाए रखने का बंदोबस्त ही किया है।
रकबा कटौती और गिरदावरी के नाम पर किसानों की पूरी उपज खरीदने से बचने के नित-नए षड्यंत्रों की कूट-रचना करने वाली कांग्रेस की यह प्रदेश सरकार अपनी किसान न्याय योजना, गौधन न्याय योजना समेत तमाम योजनाओं की मिट्टीपलीद होने के बावजूद आत्ममुग्ध होकर किसानों के साथ फिर छलावा करने पर आमादा नजर आ रही है। किसानों को धान के बकाया राशि के भुगतान पर एक तरफ केंद्र सरकार को गुमराह करते हुए यह सरकार किसान न्याय योजना में किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार देने की बात कहती है तो दूसरी तरफ राज्य के कुल 45 लाख हेक्टेयर भूमि के विरुद्ध मात्र 23 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि के लिए बजट प्रावधान कर शेष 22 लाख हेक्टेयर कृषि भूमिधारी किसानों के साथ छल करने वाला यह बजट प्रथम दृष्टया ही किसान विरोधी है। पांच साल में सिंचाई का रकबा दुगनी (हर साल लगभग 5 लाख एकड़ को सिंचित करना) करने के वादा के साथ सत्ता कब्जाने वाली यह सरकार नवीन सिंचाई के लिए मात्र 300 करोड़ का प्रावधान कर आपने वायदा को स्वयं खोखला साबित कर रहे हैं। ग्रामीण बुजुर्ग किसान को 1500 रु पेंशन, विधवा महिला को 1000 पेंशन, हर गरीब को मकान बड़ी देने की बात का इस बजट में कोई आता पता नही। घोर निराशा जनक और राज्य को विकास में पीछे धकेलने वाला बजट है यह।
इतना निराशाजनक बजट छत्तीसगढ़ ने कभी नहीं देखा : जिलाध्यक्ष किशान मोर्चा