गुंडरदेही क्षेत्र की जीवनदायिनी तांदुला नदी जो अब मरणासन्न में पहुंच चुकी है ।माफियाओं के अवैध उत्खनन के चलते नाले में तब्दील होते जा रही है। समाचार पत्रों के द्वारा लगातार ध्यानाकर्षण करने के पश्चात भी प्रशासन खानापूर्ति की कार्रवाई करती है और माफियाओं को खुला छूट दे रखी है। गुंडरदेही घाट से रेत चोरी कर अवैध ईंट भट्टों में पूर्ति की जाती है साथ ही ग्राम बाघमारा में जगह-जगह स्टॉक किए हुए हैं ।वही रंगकठेरा नवागांव घाट से रेत चोरी एफसीआई गोदाम के पीछे देसी शराब भट्टी के पास में और एफसीआई गोदाम से रंगकठेरा जाने के रोड में रेत का जखीरा देखा जा सकता है ।सब कुछ आम जनता के सामने हैं परंतु प्रशासन के नजरों में दिखाई नहीं देता क्योंकि प्रशासन का पूर्ण संरक्षण है केवल खानापूर्ति की कार्यवाही की जाती हैं । रंगकठेरा का एक व्यक्ति इस क्षेत्र के प्रमुख रेत माफिया में से एक हैं रंगकठेरा के आसपास अवैध रूप से रेत का स्टॉक इन्हीं का बताया जाता है।