जगदलपुर। बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा रासायनिक खाद के दामों में बढ़ोतरी की निंदा करते हुए कहा है कि कोरोना संकट के समय जीवन-मृत्यु से जूझ रहे किसानों के लिए रासायनिक खाद के दामों में बढ़ोतरी करना केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा एक और अन्याय है।
प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक खादों के मूल्य में अत्यधिक वृद्धि की गई है जिससे डी. ए. पी., एन. पी. के., एम. ओ. पी. के दाम बढ़ गए हैं जिसके परिणाम स्वरूप 1150 की डी.ए.पी.अब 1900 रुपये बोरी मिलेगी वहीं 1285 की एन. पी. के. 1747 में और 850 का एम. ओ. पी. 1000 में मिलेगा।इस तरह केंद्र सरकार ने उर्वरकों पर एकमुश्त 58 प्रतिशत की वृद्धि कर अपने किसान विरोधी होने और कम्पनी परस्त नीतियों का खुला प्रदर्शन किया है। मनमाने ढंग से कृषि नीतियों में बदलाव, काले कृषि कानून के चलते पांच माह से चल रहे आन्दोलन पर यह निर्णय ज़ख्मो पर नमक छिड़कने जैसा है।
एक तरफ तो केंद्र की भाजपा सरकार ने स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का भरोसा दिया था, किसानों की आमदनी दुगुनी करने की बात की थी पर सरकार निरंतर किसान और किसानी विरोधी फैसले ले रही है।जो इस संकट की घड़ी में अस्वीकार्य, अशोभनीय तथा निंदनीय है। जिस पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।
प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा है कि एक ओर जहां केंद्र सरकार उर्वरकों की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है वही प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसानों को संकट के समय अतिरिक्त सहायता दे रही है। भाजपा किसानों की आय दुगनी की घोषणा कर उनके खिलाफ कानून बनाती है, संकट के समय रासायनिक खादों की कीमत बढ़ा रही है जबकि इसके विपरीत कोरोना संक्रमण काल में भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दूसरे वर्ष की पहली किश्त स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर 21 मई को किसानों के खाते में डालने जा रही है।