बालोद – जिले के अर्जुन्दा के समीप टटेंगा भरदा क्वारेंटाइन सेंटर में परिजनों के साथ रह रहे 4 माह के बच्चे की अचानक तबियत बिड़गने के बाद जिला कोविड19 अस्पताल लाया गया पर वहां बच्चे को लेने में अस्पताल स्टाफ आनाकानी कर रहे थे बाद में एडमिट करने के उपरांत इलाज के दौरान बच्चे ने तोड़ा दम .
परिजनों ने अस्पताल परिसर में किया हंगामा किया और परिजनों द्वारा बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए देने से इंकार करते रहे | बाद में प्रशासन परिजन के हाथों से बच्चे का शव लेकर अस्पताल से निकले मौके पर तहसीलदार सहित पुलिस स्टाफ जिला अस्पताल पहुचा बच्चे के परिजनों ने क्वारेंटाइन सेंटर में समुचित सुविधा नही मिलने का आरोप लगाया |
जिला अस्पताल में ऐसी क्या मज़बूरी आ गई थी कि प्राथमिक उपचार को टालने का प्रयास किया जा रहा है यदि समय पर इलाज किया होता तो मासूम की जान बच सकती थी ऐसी ही एक घटना कुछ दिन पूर्व एक महिला के साथ घटित हुआ उसकी भी जान इन्ही सब कारणों की वजह से हुआ |