पीएचसी में पदस्थ डॉक्टर गजेंद्र शाक्य की स्टॉफ नर्स नेमा ठाकुर ने सीएचएमओ और बीएमओ से की शिकायत। लेटर में छेड़छाड़, हाथ उठाने, और प्राइवेट पार्ट में हाथ लगाने का किया उल्लेख। डॉक्टर पर कार्यवाही की करी मांग।
Vo1- दन्तेवाड़ा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ महिला स्टाफ नर्स नेमा ठाकुर ने वही कार्यरत डॉक्टर पर गम्भीर आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। और न्याय की गुहार लगाई गई। चिकित्सा अधिकारी गजेंद्र शाक्य पिछले कई वर्षों से पीएचसी में कार्यरत है। पिछले तीन सालों से उनके द्वारा श्रीमती ठाकुर को प्रताड़ित किया जा रहा है। गौरतलब है महिला द्वारा लिखित शिकायत सीएचएमओ और बीएमओ एवं स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से की है। लेकिन अब तक डॉक्टर पर अधिकारियों ने किसी तरह की कार्यवाही नही की है। जिसके बाद महिला ने मीडिया के समक्ष आप बीती कही। और डॉक्टर पर शक्त कार्यवाही की मांग की।
Vo2- शादी करने के लिए कई बार कह चुका है डॉक्टर, जबकि नेमा ठाकुर और डॉक्टर दोनों ही पहले से शादी शुदा है। बावजूद इसके डॉक्टर द्वारा ऐसे कृत्य काफी आपत्तिजनक है। महिला ने डॉक्टर पर प्राइवेट पार्ट पर हाथ लगाने का भी गम्भीर आरोप लगाया है। न्याय दिलाने गुहार लगाई है।
Vo3- पिछले वर्ष कोरोना कॉल के दौरान डॉक्टर गजेंद्र शाक्य की बतौर बीएमओ कुआकोंडा पोस्टिंग की गई थी। लेकिन उन्होंने बीएमओ के पद पर ज्वाइन नही किया। और किरन्दुल अस्पताल में ही लगातार डटे हुए है।महिला स्टॉफ नर्स से एक तरफा प्यार के कारण उस वक्त कुआकोंडा बीएमओ पदस्थापना के आदेश की नाफरमानी की गई थी बावजूद इसके उच्चधिकारियों द्वारा आदेश की अवहेलना पर उनके ऊपर किसी तरह की कार्यवाही नही की गई थी।