शहर के अति-महत्वपूर्ण कार्यों में अध्यक्ष की अनदेखी का सार कहीं निगम के जनप्रतिनिधियों में अघोषित खींचतान तो नहीं?
जगदलपुर
नगर पालिक निगम विगत कई वर्षों से विवादों के घेरे में तो है ही, इसे सुधारने के लिए समय-समय पर विपक्षी दलों द्वारा मुद्दे उठाए भी जाते रहे हैं। बावजूद, यहां की आंतरिक एकजुटता जनता के सामने नही आ पा रही है। बल्कि इसके उलट चंद मामलों को छोड़ हमेशा से ही आंतरिक गुटबाजी व खींचतान ने शहर की जनता को दुमुहे राह पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसा ही एक और ताज़ा मामला सामने आया है।
दरअसल, बुधवार को निगम में एक कर्मचारी को सानि में अनुकंपा नियुक्ति दी गयी थी, जिसमें बाकायदा महापौर सफिरा साहू ने नियुक्ति पत्र संबंधित कर्मचारी को दिया था। इस कार्यक्रम में निगम अध्यक्ष कविता साहू का नही बुलाया जाना, यहां के विपक्षी दलों व शहर की जनता को रास नही आ रहा और यह खबर आग की तरह शहर में फैलने लगी है कि निगम में सत्तादल के ही राजनेता अपने की दल के अध्यक्ष की अनदेखी कर रहे हैं।
दूसरे मामले में बुधवार को ही प्रवीर वार्ड में भूमि पूजन का कार्यक्रम रखा गया था, इस कार्यक्रम में भी अध्यक्ष व वार्ड पार्षद को न्योता नही दिया गया।
भूमि पूजन मामले में अधिक जानकारी लेने के लिए निगम के पीडब्ल्यूडी विभाग के सभापति यशवर्धन राव को फोन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि निगम के ही एक इंजीनियर को इस बाबत कहा गया था, किंतु इंजीनियर के मुताबिक, दो बार अध्यक्ष महोदया को फोन किया गया, किंतु उनका फोन निरंतर कवरेज क्षेत्र से बाहर आता रहा; जिसके बाद संपर्क नहीं किया जा सका. वही, इस वार्ड के पार्षद की स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से भी उपस्थित नहीं हो सके।
अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में विभाग के सभापति राजेश राय को भी फोन लगाया गया था किंतु खबर प्रकाशित किये जाने तक ना तो उन्होंने फोन रिसीव किया और ना ही कॉल बैक किया।
यहां यह कहना लाजमी हो जाता है कि चाहे इन सब के पीछे कारण जो भी हो पर कई दफा ऐसा होने से शहर में दबे पांव निगम में हो रही है ऐसे घटनाओं की किरकिरी तो हो ही रही है, साथ ही आगामी चुनाव में भी ऐसी घटनाएं गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं।