(अर्जुन झा)
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा सीट से सांसद दीपक बैज अपने निर्वाचन क्षेत्र और राज्य में लोकप्रियता की सीढ़ी पार करते हुए अब दिल्ली में सदन से लेकर सड़क तक अपने कड़क अंदाज में छा रहे हैं। उनकी मौजूदगी दिल्ली में छत्तीसगढ़ का दमदार प्रतिनिधित्व कर रही है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वे संसद में छत्तीसगढ़ के हितों के लिए मुखर रहते हैं। उनकी आक्रामकता जनहित में उनके संघर्ष का पर्याय बन गई है। पार्टी नेतृत्व द्वारा बुलाई गई रणनीतिक बैठकों में मुद्दे सुझाने से लेकर सदन में उन्हें प्रभावी तरीके से रखने का मामला हो अथवा दिल्ली की सड़कों पर अपने नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की बात हो या फिर बस्तर से जुड़े मामलों का दायरा, हर जगह दीपक बैज दीपक की भूमिका निभा रहे हैं। बजट सत्र में दीपक बैज ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जिस प्रकार छत्तीसगढ़ के हक की आवाज उठाई थी, उससे ही संकेत मिल गया था कि छत्तीसगढ़ के बस्तर ने जिस तेज तर्रार युवा को चुनकर संसद भेजा है, वह राज्य का सटीक प्रतिनिधित्व करते में सक्षम है।
मानसून सत्र में भी सांसद दीपक बैज ने अपनी कर्मठता का परिचय दिया। उन्होंने लोकसभा में एनएमडीसी के निजीकरण का मुद्दा फिर उठाया। दीपक बैज ने नियम 377 के तहत लोकसभा में नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसे केंद्र सरकार चलाने में सक्षम नहीं है तो राज्य सरकार के प्रस्ताव के अनुसार संयंत्र को राज्य को सौंप दिया जाय। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के अंतर्गत एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण किया जा रहा है। 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करके तकरीबन 15 वर्षों से निर्माणाधीन प्लांट से स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर और विकास का रास्ता प्रशस्त होने वाला था कि केन्द्र सरकार इसका विनिवेश कर निजी हाथों को सौपने जा रही है। जबकि प्लांट हेतु 610 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहित है। छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा में 28 दिसंबर 2020 को इस प्लांट के संचालन हेतु प्रस्ताव पास कर केन्द्र सरकार को भेजा है। राज्य सरकार चाहती हैं कि सरकारी संपत्ति निजी हाथों में न जाए जिससे स्थानीय लोगों का चहुंमुखी विकास का रास्ता प्रशस्त हो। सदन में बस्तर और छत्तीसगढ़ के हित में आवाज उठाने के साथ ही सांसद दीपक बैज ने सदन के बाहर सड़क पर मोदी सरकार के खिलाफ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में भी भूमिका निभाई। इस तरह दीपक बैज बस्तर से लेकर संसद और दिल्ली की सड़कों पर छत्तीसगढ़ की गतिशीलता का आभास करा रहे हैं तो यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनकी लोकप्रियता और कर्मठता को देखते हुए सिलगेर मामले को सुलझाने के लिए बनाई गई कमेटी की कमान सौंपी है। इस कमेटी में बस्तर के जनप्रतिनिधि लखेश्वर बघेल, संत नेताम, देवती कर्मा, शिशुपाल शोरी, अनूप नाग, विक्रम मंडावी, राजमन बेंजाम और चंदन कश्यप शमिल हैं।