देश का सिरमौर लेह लद्दाख में शहीदों की याद में सालाना होने वाले हॉट स्प्रिंग के आयोजन में छ. ग. पुलिस का प्रतिनिधित्व आईपीएस जितेंद्र शुक्ला ने किया | हॉट स्प्रिंग क्या है 21 अक्टूबर 1959 को माइनस डिग्री में बर्फीले चट्टानों की आड़ में चीनी सेना ने घोखे से सीआरपीफ़ जवानो पर हमला किया था जिसमें 10 जवान शहीद हो गए थे उस टाइम सबसे बड़े हमला था हर साल शहादत को सलामी देने देश भर से चनींदा अफसरों को चुना जाता हैं…
नारायणपुर में 16वीं बटालियन के कमांडेंट जितेन्द्र शक्ला की प्रदेश में काबिल अफसरों में गिनती होती है। 2013 बैच के शुक्ला को नक्सल लड़ाई में जोश भरने के लिए भी जाना जाता है, अब वह देश का सिरमौर कहे जाने वाले लेह-लद्दाख में शहीदों की याद में सालाना होने वाले हॉट स्पींग के आयोजन में छत्तीसगढ़ पुलिस का प्रतिनिधित्व करेंगे। जितेन्द्र शुक्ल हॉट स्पींग के लिए राज्य सरकार से चुने जाने वाले पहले आईपीएस अफसर हैं। हालांकि कुछ साल पहले सुकमा से एक उपनिरीक्षक को इस समारोह में भाग लेने का अवसर जरूर मिला, लेकिन आईपीएस लेवल पर जितेन्द्र पहले अधिकारी होंगे।
21 अक्टूबर 1959 को माइनस डिग्री में बर्फीले चट्टानों की आड़ में चीनी सेना ने धोखे से पैरामिलिट्री सीआरपीएफ पर हमला कर दिया। इस घातक हमले में 10 जवान शहीद हुए थे। उस जमाने में इस हमले को आजाद भारत के सबसे बड़े हमले के रूप में जाना जाता है।शहादत की इस घटना को याद करने के लिए हर साल देशभर के सुरक्षाबलों से चुनिदा अफसरों को सलामी देने के लिए चुना जाता है।
बताते हैं कि केंद्र सरकार की निगरानी में प्रतिनिधिमंडल का गठन होता है। राज्य सरकार से केंद्र ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नाम मांगे थे।शुक्ला के नाम की सरकार के अफसरों ने सिफारिश की थी। 24 अगस्त से 9 सितंबर के राजपा-जनपथ बीच शहादत समारोह शुक्ला सलामी देकर राज्य का गौरव बढ़ाएंगे।