जगदलपुर।भाजपा द्वारा फर्जी धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर की गई प्रेस कांफ्रेंस और आंदोलन की घोषणा पर क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जनता का भरोसा खो चुकी भाजपा धर्मांतरण के फर्जी मुद्दे को उठा कर संजीवनी खोज रही है।
क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार ने कहा है कि जब-जब भाजपा विपक्ष में रहते हुए मुद्दों के दिवालियेपन से जूझती है अपने अस्तित्व को बचाने वह धर्म की राजनीति शुरू कर देती है। प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून लागू है लेकिन कोई भी भाजपा नेता जबरिया धर्मांतरण को लेकर पीड़ित के साथ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने नही गया।भाजपा नेता प्रेस कांफ्रेंस में फर्जी आंकड़े बताते है कि 200 शिकायतें की गई लेकिन हकीकत में कोई भाजपा नेता रिपोर्ट लिखाने नही गया, न कोई पीड़ित सामने आया। सत्ता के बिना भाजपा जल बिन मछली की तरह तड़प रही है और ऐसे समय धर्मांतंरण के मुद्दे पर भाजपा द्वारा भावनाएं भड़काने और धर्म से धर्म को लड़ाने की कोशिशें जारी हैं यही भाजपा का एजेंडा भी है। 15 साल जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब हजारों धर्मांतंरण होने और अनेक शिकायतों के बावजूद धर्मांतरण के एक भी प्रकरण पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई यह भाजपा को बताना चाहिए! भाजपा को हम चुनौती देते हैं कि कांग्रेस के 3 साल भी पूरे नहीं हुए हैं और भाजपा जिस तरह से झूठ और फर्जीवाड़ा फैलाने में लगी है उसे देखते हुए रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल में धर्मांतरण के प्रकरणों पर की गई कार्यवाही का विवरण सार्वजनिक करें या प्रदेश की जनता से झूठ फैलाने के लिए क्षमा याचना करें।
क्रेडा अध्यक्ष ने कहा है कि भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी द्वारा जिस तरह से छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की पहचान और मजदूर,किसान पर थूकने की बात की गई, उससे ध्यान हटाने के लिए भाजपा द्वारा इस फर्जी मुद्दे को उछाला जा रहा है।भाजपाई मुगालते में है कि वे फर्जी धर्मांतंरण के मुद्दे को उठा कर अपना खोया आधार फिर पा लेंगे। काठ की हांडी बार-बार नही चढ़ती।भाजपा अब धर्म के आधार पर जनता में न फूट डाल सकती है और न देश की गंगा- जमुनी तहजीब को बिगाड़ सकती है।