दल्लीराजहरा। लौहनगरी दल्ली राजहरा एवं चिखलाकसा के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध एवं मिलावटी शराब की बिक्री जोरों पर है | आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग की आँख के नीचे शराब कोचियों द्वारा बैखोफ व खुले आम धडल्ले से अवैध एवं मिलावटी शराब नगर के लगभग सभी क्षेत्र में सहजता से उपलब्ध कराई जा रही है। आबकारी विभाग अधिक व्यावसायिक लाभ के लिए शराब बिक्री को बढ़ाने के लिए ऐसे शराब कोचियाओं को संरक्षण देता प्रतीत हो रहा है क्योंकि शासकीय शराब दुकान के खुलने के समय शराब कोचिया को बोरी एवं झोला में भरकर बेखौफ परिवहन करते देखा जा सकता है इक्का – दुक्का मामलों में अत्यधिक शिकायत होने पर पुलिस विभाग द्वारा शराब कोचियों के गुर्गों को गिरफ्तार कर खाना पूर्ति की जाती है | बड़े शराब कोचिया एवं शराब विक्रेता आबकारी विभाग एवं पुलिस की नजर में रहते हुए भी कार्यवाही से बचे रहते हैं | गली मोहल्लों में सामान्य व्यक्ति को भी यह जानकारी है कि फलां फलां व्यक्ति शराब बेचता है किन्तु आबकारी अमले के प्रमुख सर्किल अधिकारी एस.आर. भांडेकर अवैध शराब बिक्री को आसानी से नकार जाते है | सैकड़ों मदिराप्रेमी अपनी जान जोखिम में डाल कर मिलावटी शराब पीने को मजबूर हैं क्योंकि कोचियों द्वारा अधिकारीयों को हफ्ता पेमेंट करने के लिए शराब में मिलावटकी जा रही है |
सूत्रों से यह पता चला है कि कोचियों द्वारा सूजे की सहायता से ढक्कन को किनारे से खोलकर शराब की बोतलों में मिलावट की जाती है सूजा मारने के दौरान कई बार कांच का टुकड़ा इन बोतलों में चला जाता है इसके साथ साथ गंदे पानी का उपयोग करने के कारण शराब की बोतलों में कीड़े मकोड़े देखे गए है | किन्तु शराब पीने वाले कुछ मदिराप्रेमियों द्वारा चाह कर भी इसकी शिकायत नहीं की जाती। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि कोचियों के द्वारा मिलने वाले बोतल के ढक्कन अक्सर ढीले रहते है एवं उनका स्वाद भी अलग रहता है। कभी भी बड़ी अनहोनी की आशंका को दरकिनार नहीं किया जा सकता। चूँकि अधिक लाभ के लालच में शराब कोचियाओं द्वारा कई बार सस्ते केमिकल एवं दवाइयों का प्रयोग कर शराब में मिलावट की घटनाएँ देखी जा चुकी हैं| समय समय पर कई जन प्रतिनिधियों द्वारा अवैध शराब विक्रय की शिकायत होने पर भी स्थानीय अधिकारी कार्यवाही से बचते है किन्तु वहीँ जिले एवं बड़े अधिकारीयों द्वारा कार्यवाही होने पर शिकायत सही पाई जाती है | बेखौफ अवैध शराब बिक्री का जिम्मेदार कौन है ? एक ओर शासनद्वारा अवैध शराब बंदी की घोषणा की जाती है वहीँ दूसरी ओर आबकारी विभाग के अधिकारीयों द्वारा शराब कोचियाओं को संरक्षण देकर गली गली मोहल्लों में अवैध एवं मिलावटी शराब बिक्री कराई जा रही है | शासकीय शराब की बोतलों में अगर मिलावटी शराब बिकती है और कोई बड़ी घटना घटती है तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी ? घटना को बड़ी दुर्घटना होने से पूर्व रोकने की कोशिश न करना प्रशासन की लापरवाही है |