2020-21 का पद्मश्री पुरूस्कार जो देश का सर्वोच्च पुरूस्कारों में से एक है एवं देश के आत्म सम्मान का प्रतीक है। यह पुरूस्कार कला व सिनेमा के क्षेत्र में अभिनेत्री कंगना राणावत को ससम्मान प्रदान किया गया ।
किन्तु वर्तमान समय में उनके द्वारा देश की आजादी को लेकर व अमर शहीदों के प्रति देश की आत्मा को ठेस पहुँचाने वाला एक विवादित बयान दिया गया है।
जो इस प्रकार है :- ‘‘हमारे देश को 1947 में मिली आजादी भीख में दे दी गई थी। असली आजादी तो 2014 के बाद मिली है।‘‘
इस बयान से देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, व लाखों महापुरूषों व स्वतंतत्रा संग्राम सेनानियों का जिन्होंने देश की आजादी के लिए कठोर से कठोर यातनाओं व पीड़ा को सहते हुए अपने प्राणों की आहुति देश की आजादी के लिए न्योंछावर कर दिया।
उनके द्वारा दिये गये बयान से महापुरूषों व अमर शहीदों का अपमान है एवं करोड़ो देशवासियों के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचा है व पद्मश्री पुरूस्कार की गरिमा को विखंडित किया गया है।
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर शंकर पिपरे प्रदेश महामंत्री छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी अजा विभाग महामहिम राष्ट्रपति जी से निवेदन किया है कि देश की आजादी को लेकर व अमर शहीदों की कुर्बानियों, बलिदानियों को ‘‘भीख में मिला सम्बोधित करने वाली अभिनेत्री कंगना राणावत से पद्मश्री पुरूस्कार वापस लेकर ऐसी विचार धाराओं को रोका जायें।‘‘